झाइयों से निजात दिला सकता है 4 ट्रीटमेंट
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कोलकाता टाइम्स :
यदि हार्मोनल असंतुलन होने की वजह से झाइयां हो, तो इसका उपचार करना कठिन होता है, लेकिन सही ढंग से उपचार करने पर यह ठीक भी हो जाती है।
1.गोरेपन की क्रीम-
झाइयां दूर करने के लिए हायड्रोक्विनोन, ट्रेटिनोइन, रेटिनॉइड्स, कोजिक एसिड और विटामिन-सी आदि कई तरह की क्रीम्स का त्वचा की प्रकार व पिगमेंटेशन के अनुसार उपयोग किया जाता है।
2.लेज़र उपचार-
लेज़र उपचार से भी काफी मदद मिलती है। लेसर में क्यू-स्विच्ड लेज़र का उपयोग करते हैं जिससे मिलेनोसाइट कम हो जाते हैं। यह उपचार लेने के लिए कई बार क्लिनिक पर जाना पड़ता है यानी यह कई सीटिंग्स में किया जाता है। ये सीटिंग्स महीने में एक बार होती हैं।
3.केमिकल पील उपचार-
इसमें ग्लाइकोपील, टीसीए पील, मेंडेलिक एसिड पील आदि विभिन्न पील का उपयोग होता है। पील उपचार के लिए कई सीटिंग होती हैं, इनमें 10 दिनों का अंतराल होता है।
4.डर्माब्रेशन-
इसमें त्वचा की ऊपरी सतह निकल जाती है, जिससे दाग-धब्बे कम होते हैं। केमिकल पील और डर्माब्रेशन आदि उपचार के बाद त्वचा पर लगाई जाने वाली दवाएं ज़्यादा असरकारी होती हैं।