November 23, 2024     Select Language
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कहीं किडनी का बारह ना बजा दे फेयरनेस क्रीम

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कोलकाता टाइम्स : 

चेहरा निखारने वाली फेयरनेस क्रीम का प्रयोग न सिर्फ आपकी सुंदरता को बिगाड़ सकता है, बल्कि इससे किडनी खराब होने का भी खतरा बना रहता है, क्योंकि इसमें प्रतिबंधित मरकरी का प्रयोग किया जा रहा है। फेयरनेस क्रीम ही नहीं अन्य सौंदर्य उत्पादों में भी हानिकारक रसायन का प्रयोग किया जा रहा है, जो बड़े के साथ शिशु की सेहत के लिए नुकसानदेह है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट की पॉल्यूशन मॉनिटरिंग लैब (पीएमएल) जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि देश में प्रयोग किए जाने वाले कई कंपनियों के सौंदर्य उत्पादों में निर्धारित सीमा से ज्यादा हानिकारक रसायन का प्रयोग किया जा रहा है। फेयरनेस क्रीम व लिपस्टिक में तो ऐसे रसायन मिले हैं, जिनका त्वचा पर प्रयोग प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद इनका प्रयोग कर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। 
कैसे है नुकसानदेह 
क्रीम में मरकरी का प्रयोग – 
क्रीम के 14 नमूनों में 0.10 से 1.97 पीपीएम (पा‌र्ट्स पर मिलियन) मरकरी मिला है। जबकि भारत में इसका प्रयोग पूरी से प्रतिबंधित है। इससे त्वचा का रंग बदलने व दाग पड़ने के साथ किडनी भी खराब हो सकती है। यह मनोविकृति, तनाव, चिंता जैसी समस्या के लिए भी जिम्मेदार है। 
लिपस्टिक में मिलाया गया क्रोमियम व निकिल 
लिपस्टिक के 50 फीसद नमूनों में 0.45 से 17.88 पीपीएम तक क्रोमियम पाया गया। क्रोमियम से कैंसर होने तथा लीवर खराब होने का खतरा रहता है। इसके अलावा लिपिस्टक में निकिल की भी मात्रा मिली है। इससे फेफड़े का कैंसर हो सकता है। 
ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट एंड रूल ऑफ इंडिया के तहत कॉस्मेटिक में मरकरी का इस्तेमाल प्रतिबंधित है। इसके बावजूद इसका प्रयोग किया जा रहा है। इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाया जाना चाहिए। 

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