जीते जी हो रहा है अंतिम यात्रा
कोलकाता टाइम्स :
दक्षिण कोरिया में लोगों के आत्महत्या करने की दर दुनिया में सर्वाधिक है। यहां कर्मचारी अक्सर अपने काम में तनाव महसूस करते हैं। ऐसे में लोग अपनी जिंदगी से हताश नहीं हों और अपनी जिंदगी की कीमत समझें, इसलिए कुछ कंपनियों ने अनोखा आयोजन कराना शुरू किया है।
कुछ कम्पनियाँ अपने कर्मचारियों को उनके अपने अंतिम संस्कार का अनुभव दिलवा रही हैं। इसमें व्यक्ति मरने का नाटक करता है। बड़े कमरे में रखे कई ताबूतों में कर्मचारियों को लिटाया जाता है। कपड़ों के ऊपर सफ़ेद रोब्स पहनकर वे एक डेस्क पर बैठकर अपने प्रियजनों के नाम आखिरी पत्र लिखते हैं।
आंखों में आंसू भरे वे जोर-जोर से रोते हैं और आखिर में खड़े होकर अपने बगल में रखे ताबूत में लेट जाते हैं। इसके बाद हॉल में शांति फ़ैल जाती है। इसके बाद कर्मचारियों की तस्वीरें ली जाती हैं और वे बाद में बाहर निकलकर काले रिबन को बांधते हैं।
ताबूत में जाने से पहले उन्हें विषम परिाqस्थतियों में जी रहे लोगों के वीडियोज दिखाए जाते हैं। जिनमें कैंसर से जूझ रहे लोगों के आखिरी दिनों की कहानी या बिना अंगों के जन्म लेने वाले लोगों की कहानी दिखाई जाती है, जिन्होंने बाद में तैरना सीखा।
इसके साथ ही लोगों को सिखाया जाता है कि वे जिंदगी के हर पहलू को स्वीकार करें। प्रतिभागियों को इस तरह के सेशन में शिकरत कराने के लिए उनके नियोक्ता या फर्म के एचआर भेजते हैं।