भूखे नहीं इसे खाकर 6 लाख भारतीयों की मौत
डॉक्टरों का मानना है कि भारत में भी उपभोक्ताओं को भी इस बात का पता होना चाहिए कि उनके खाने में क्या है और उन्हें इस बात के बारे में जानकारी देना अनिवार्य होना चाहिए। भारत में जॉर्ज इंस्टीटयूट एक मोबाइल अप्लीकेशन शुरु करने जा रहा है जिसका नाम होगा फूडास्विच जो उत्पादों में मौजूद तत्वों की जानकारी देगा। सर्वे में यह भी सामने आया है कि हर चौथे उत्पाद के उपर यह तक नहीं लिखा होता है कि उसकी न्यूट्रीशन वैल्यू क्या है।
जिसके चलते हर साल ६ लाख लोगों की मौत अतिरिक्त नमक खाने की वजह से हो जाती है। भारत में नमक की वजह से होने वाली मृत्यु पांचवी सबसे बड़ी मौत की वजह है। जॉर्ज इंस्टीटयूट के डायरेक्टर डॉ विवेकानंद झा के अनुसार वर्ष 2017 की तुलना में यह आंकड़ा दोगुना हो गया है। अतिरिक्त नमक की वजह से ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। जिसके चलते दिल के दौरे की संभावना बढ़ जाती है इसके साथ ही किडनी फेल होने की भी संभावना बनी रहती है।