सावधान: पैरों में जलन का कारण हो सकता है नर्व डैमेज
कोलकाता टाइम्स :
क्या आपको भी अक्सर पैरों में जलन की शिकायत है? पैरों में या शरीर के अन्य अंगों में अक्सर होने वाली जलन का कारण नर्व डैमेज हो सकता है। हालांकि कई बीमारियों के कारण भी आपको पैरों में जलन की समस्या हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों में पैरों में जलन की समस्या आम है। नर्व डैमेज के कारण होने वाली समस्याओं को न्यूरोपैथी भी कहते हैं। आइए आपको बताते हैं क्या है पैरों में जलन का कारण और क्यों होता है डायबिटीज रोगियों को खतरा।
क्यों होती है पैरों में जलन : हमारी नर्व्स (तंत्रिकाएं) एक तरह के फाइबर से बनी होती हैं। ये फाइबर्स जब खराब हो जाते हैं, तो अंगों में जलन या दर्द की समस्या हो जाती है। दरअसल डैमेज हो जाने के बाद नर्व्स दिमाग को दर्द का संकेत भेजती हैं, जबकि आपके शरीर में कहीं कोई चोट नहीं होती है। ज्यादातर लोगों में पैरों की नर्व्स ही सबसे पहले डैमेज होती हैं। इसके कारण पैरों में अक्सर जलन, झनझनाहट या दर्द की समस्या होती है। कई बार नर्व्स डैमेज के कारण पैरों की त्वचा छूने पर ही दर्द होने लगता है।
क्या है पैरों में जलन का कारण : पैरों में जलन कई कारणों से हो सकती है। आमतौर पर इसका खतरा डायबिटीज के मरीजों और एल्कोहल का सेवन करने वाले लोगों में ज्यादा होता है। इसके अलावा कुछ लोगों के शरीर में कुछ विटामिन्स की कमी के कारण भी पैरों में जलन की समस्या हो जाती है। हाइपोथायरॉइडिज्म, लाइम डिजीज, एड्स, एचआईवी, वैस्क्युलाइटिस और किडनी रोगों के कारण भी पैरों में जलन की समस्या हो सकती है।
डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा खतरा : डायबिटीज में नर्व पेन यानी नसों के दर्द या जलन का अनुभव ज्यादातर मरीजों को होता है। नसों में दर्द और जलन की वजह से मरीज की नींद और दैनिक काम भी प्रभावित होते हैं। डायबिटिक न्यूरोपैथी के हो सकते हैं ये कारण-
ब्लड ग्लूकोज का बढ़ना
लंबे समय से डायबिटीज होना
बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से नसों में प्लाक जम जाना
शरीर में इंसुलिन की कमी
रक्त वाहिकाओं का क्षतिग्रस्त हो जाना
नर्व्स को ऑक्सीजन और दूसरे पोषक तत्व न मिल पाना
कार्पल टनल सिंड्रोम के कारण नसों को चोट
अनुवांशिक कारणों से भी हो सकता है डायबिटिक न्यूरोपैथी
ज्यादा देर तक बैठे रहने से भी हो सकता है डायबिटिक न्यूरोपैथी
जलन होने पर क्या करें : नर्व्स में दर्द होने पर आपको डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए क्योंकि ये कई बार खतरनाक हो सकते हैं। हालांकि दर्द से तत्काल राहत के लिए आप कुछ आसान उपचार अपना सकते हैं।
दर्द से राहत पाने के लिए आप एक आउंस जैतून या नारियल तेल के साथ के साथ 12 बूंद इसेंशियल ऑयल का प्रयोग कर मिश्रण बनायें। इससे त्वचा पर जलन और सूजन नहीं होगी। आप चाहें तो इसमें अपना मसाज करने वाला तेल भी मिला सकते हैं या फिर कुछ नहाने वाला पानी भी मिला सकते हैं। इसेंशियल ऑयल सीधे त्वचा पर लगाने से समस्या हो सकती है, इसलिए इसमें दूसरे मिश्रण मिलाना जरूरी है। इससे दर्द, अनिद्रा, तनाव आदि समस्याएं दूर होंगी। इसके अलावा पिपरमिंट का तेल नयूरोपैथी में बहुत फायदेमंद है। यह मांसपेशियों को रिलैक्स करता है, यह दर्द को दूर करता है।