इस ऊँगली के नीचे होती है शनि की जगह, संपत्ति और किस्मत का देता है संकेत
कोलकाता टाइम्स :
हाथ में मध्यमा अंगुली (मीडिल फिंगर) को शनि की उंगली कहते हैं। इस उंगली के ठीक नीचे वाली जगह को शनि का क्षेत्र या शनि का पर्वत कहते हैं। इसके अलावा हथेली के नीचले हिस्से से शुरू होकर मीडिल फिंगर तक जो लाइन जाती है उसे शनि रेखा कहा जाता है। शनि पर्वत और शनि रेखा दोनों ही जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव संबंधी जानकारी देते हैं। अगर हाथ में ये रेखा टूटी हुई या कमजोर है और शनि पर्वत दबा है, तो इसके कारण किस्मत साथ नहीं देती और जीवन में परेशानियां रहती हैं।
– हथेली में मीडिल फिंगर के नीचे वाली जगह अगर उभरी हुई है तो ऐसा व्यक्ति दूसरों से अलग और भाग्यशाली होता है। ऐसे लोगों के जीवन में कई घटनाएं अचानक होती हैं। ऐसे लोग अचानक तरक्की करते हैं। ऐसे लोगों के पास एक से ज्यादा संपत्ति होती है। शनि के कारण ये लोग गलत बातें और अन्याय बर्दाश्त नहीं करते।
– इसके विपरित शनि का ये स्थान अगर दबा हुआ होता है या शनि क्षेत्र में गड्ढा हो, तो गुणों में कमी आ जाती है और यह अपना विपरीत प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है। इसके कारण जीवन में परेशानियां बनी रहती हैं। मेहनत के बाद भी सफलता कम ही मिलती है। ऐसे लोगों को अकेले रहना ज्यादा अच्छा लगता है।
– शनि रेखा यानी हथेली के नीचले हिस्से से शुरु होकर मीडिल फिंगर पर जाने वाली ये लाइन अगर टूटी हुई होती है तो किस्मत का साथ नहीं मिलता। गलत काम करने में मन लगता है। ऐसी शनि रेखा सेहत के लिए भी ठीक नहीं मानी जाती।
– शनि रेखा की स्पष्ट और साफ हो यानी कहीं से टूटी न हो और हथेली में आसानी से देखी जा सकती हो तो ऐसे लोगाें को शनि के कारण फायदा होता है। ऐसे लोग कई मामलों में भाग्यशाली होते हैं। कम समय में ज्यादा उन्नती करते हैं। ऐसे लोग दूसरों की मदद करने वाले होते हैं।