धतूरे का ऐसा फायदे ज़हर नहीं, अमृत बना देता है
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कोलकाता टाइम्स :
शिव को चढ़ाया जाने वाला कांटेदार फल धतूरा आम तौर पर ज़हरीला और जंगली फल माना जाता है और यही कारण है कि पूजन के अलावा इसका प्रयोग किसी भी काम में नहीं किया जाता। लेकिन धतूरे के इन फायदों को जानने के बाद यह फल आपकी भी पसंद बन जाएगा।
धतूरे का प्रयोग गंजेपन को दूर करने के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसके रस को सिर पर मलने से न केवल डैंड्रफ ख़त्म होती है, बल्कि गंजेपन से भी छुटकारा मिलता है।
– दर्द से रहत पाने के लिए धतूरे के रस को टिल के तेल में मिलकर गर्म कर लें और दर्द वाली जगह पर इस तेल की मालिश करें।
– बवासीर के इलाज के तौर पर भी धतूरे का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए दःतूरे के फूल और पत्तों को जलाकर इसके धुएं से बवासीर के मस्सों की सिकाई करने से भी फायदा होता है
-नियमित रूप से धतूरे के रस और तिल के तेल की मालिश करने से जोड़ों की समस्या और गठिया जैसी समस्याओं से न केवल काफी हद तक निजात पाई जा सकती है बल्कि इस रोग को पूरी तरह से मिटाया भी जा सकता है
-बुखार या कफ होने की स्थिति में लगभग 125 -250 मिलीग्राम धतूरे के बीज लेकर इसे जलाकर राख बना लें और इस राख को मरीज को दें। इससे बुखार या कफ गायब हो जाएगा।