यहां एक कबूतर की कीमत 65 लाख, अपहरण कर मांगी जाती फिरौती भी
कोलकाता टाइम्स :
पशु-पक्षियों की अनोखी प्रतियोगिताओं के बारे में आप ने बहुत सी कहानियां सुनी या देखी होंगी, लेकिन इराक में इन दिनों कबूतरों की रेस का क्रेज सिर चढ़ कर बोल रहा है। यहां लोग कबूतरों की रेस पर हजारों-लाखों डॉलर का दांव लगाते हैं। ये इराक में आयोजित होने वाली कबूतरों की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित रेस है। इसके साथ यहां कबूतरों का अपहरण कर फिरौती मांगने के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
कबूतरों की ये रेस बगदाद से लगभग 100 मील दक्षिण में एक खुले मैदान में आयोजित की जाती है। रेस में भाग लेने के लिए यहां तकरीबन एक दर्जन ट्रक में भर कर कबूतर लाए जाते हैं। सूरज की पहली किरण के साथ रेस शुरू होती है। इस रेस में करीब 14000 कबूतर हिस्सा लेते हैं और जब वह रेस जीतने के लिए बगदाद की तरफ उड़ान भरते हैं तो उनके 28000 पंखों से आसपास हवा का एक तेज झोंका सा बन जाता है।
रेस में शामिल होने वाले इन कबूतरों को छह महीने में सैकड़ों घंटों का कड़ा प्रशिक्षण दिया जाता है। इन कबूतरों के पंख फैलाते ही इन पर हजारों डॉलर खर्च करने वाले लोगों की उम्मीदें भी सातवें आसमान पर पहुंच जाती हैं। ये रेस प्रतिवर्ष अक्टूबर से मार्च के महीने के बीच आयोजित की जाती है, जब सर्दियों में तापमान कुछ कम हो जाता है। इस रेस से कबूतरों के मालिक साबित करते हैं कि उन्होंने एक चैंपियन तैयार किया है, जो उनके प्रतिष्ठा की बात है।
रेस में शामिल होने वाले ये कबूतर 600 मील तक का सफर तय कर सकते हैं। यूरोपीय प्रजाति के इन कबूतरों की अधिकतम रफ्तार 90 मील प्रति घंटे तक हो सकती है। रेस के लिए इन कबूतरों की मांग यहां काफी ज्यादा होती है। रेस जीतने वाले कबूतरों की कीमत तकरीबन 4000 डॉलर (2,82,296 रुपये) तक होती है। कुछ समय पहले बसरा में रेस जीतने वाला एक कबूतर 93000 डॉलर (65,63,568 रुपये) की कीमत पर बिका था, जो अब तक की सबसे ज्यादा कीमत है।
इन कबूतरों को प्रति सीजन रेस जीतने के लिए लगभग 100 डॉलर (लगभग 7,058 रुपये) मूल्य का पौष्टिक चारा दिया जाता है, ताकि प्रतियोगिता के लिए इन्हें ज्यादा से ज्यादा ताकतवर बनाया जा सके। इनकी खुराक में विटामिन से लेकर हर्बल चाय और ओमेगा-तीन की खुराक तक शामिल होती है।
कबूतर रेसिंग का ये खेल संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप से शुरू हुआ था, लेकिन वहां पर अब इस तरह की प्रतियोगिताएं लगभग समाप्ति की कगार पर हैं। इसके मुकाबले इराक में कबूतरों की रेसिंग प्रतियोगिता तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इराक में करीब 20 वर्ष के संघर्ष के बाद लोकप्रिय होती कबूतर रेसिंग की इस प्रतियोगिता को स्थानीय लोगों में बढ़ती शांति की आदत के तौर पर भी देखा जा रहा है। कबूतरों की शौकिया रेस कराने वालों में डॉक्टर, शित्राविद, सेना के उच्च अधिकारी, पुलिस अधिकारी, खुफिया विभाग के अधिकारी और इंजीनियर जैसे पेशेवर लोग भी शामिल होते हैं। इसी से इसकी लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
वेल्डिंग की दुकान चलाने वाले 46 वर्षीय खादिम हामिद ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके कबूतरों ने कई प्रतियोगिताएं जीती हैं और उनका घर ट्रॉफियों से भरा हुआ है। वर्तमान में उनके पास 50 रेसिंग कबूतर हैं। हालांकि इनमें से कोई भी शीर्ष 10 रेसर में शामिल नहीं रहा है। इन ताजा नतीजों से वह खासे परेशान हैं। वह कहते हैं कि आपके कबूतर को विजेता बनने के लिए क्या चाहिए, ये आपको जानना होता है। तभी आप अपने कबूतर को विजेता बना सकते हैं।