अजी यह हैं ‘ब्यूटीफुल मर्द’
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कोलकाता टाइम्स :
आज के युवक भी अपने पहनावे को लेकर सजग हो रहे हैं। लड़कियों की तरह क्रीम लगाना, घंटों सैलून में बैठना, फैशियल करवाना, वैक्सिंग करवाना स्पा में जाना उनकी जीवनशैली का हिस्सा हो चुका है।
आज से 3 साल पहले का दृश्य था, अनिकेत और पल्लवी कहीं घूमने जाने के लिए तैयार हो रहे थे। अनिकेत 15 मिनट में तैयार हो गया जबकि पल्लवी को 45 मिनिट लगे। अनिकेत भुनभुनाता हुआ कहता था कितना वक्त लगाती हो तुम तैयार होने में! लेकिन अब 3 साल बाद दोनों शादी में जाने के लिए तैयार हो रहे हैं, तो अनिकेत ने तैयार होने में पल्लवी से 10 मिनट ज्यादा लिए!
आज के युवक भी अपने पहनावे को लेकर सजग हो रहे हैं। लड़कियों की तरह क्रीम लगाना, घंटों सैलून में बैठना, फैशियल करवाना, वैक्सिंग करवाना स्पा में जाना उनकी जीवनशैली का हिस्सा हो चुका है। अब पुरुष भी महिलाओं की तरह सौंदर्यवर्द्धक सर्जरी करवाने लगे हैं। दरअसल पुरुष अपनी पुरानी छवि से ऊब चुके हैं। उन्हें अब कुछ नया और बेहतर चाहिए। सर्जिकल बदलावों में अधेड़ उम्र के पुरुष ज्यादा रुचि ले रहे हैं। नेशनल स्किन सेंटर के डायरेक्टर नवीन तनेजा कहते हैं 2 साल पहले तक महिलाएँ ही चेहरे की झुर्रियाँ हटवाने, लिप ऑगमेंटेशन के जरिए होंठों को नया आकार देने, हाइड्रेशन, चेहरे के बालों को हटाने और सर्जरी करवाने को प्राथमिकता देती थीं लेकिन आज मेरे पास कई पुरुष भी आते हैं जो अच्छा-खासा पैसा कॉस्मेटिक पर खर्च करते हैं।
साफ, चिकनी कोमल त्वचा
मर्दानगी दिखाने के लिए रुखापन अब पुरुषों के लिए जरूरी नहीं है। मेट्रोसेक्सुअल पुरुष कोमलता पसंद करते हैं।
डॉ.तनेजा कहते हैं,’ पुरुषों ने काफी समय पहले से ही थ्रेडिंग करवाना शुरू कर दिया था मगर अब ऐसे पुरुषों की संख्या बढ़ती जा रही है जो थ्रेडिंग के साथ-साथ लेजर हेयर रिमूवल अपनाते हैं ताकि उनकी सख्त दाड़ी में कुछ नरमी आ सके। नियमित लेजर ट्रीटमेंट त्वचा को रुखा होने से रोकता है।
डॉ.तनेजा कहते हैं,’ पुरुषों ने काफी समय पहले से ही थ्रेडिंग करवाना शुरू कर दिया था मगर अब ऐसे पुरुषों की संख्या बढ़ती जा रही है जो थ्रेडिंग के साथ-साथ लेजर हेयर रिमूवल अपनाते हैं ताकि उनकी सख्त दाड़ी में कुछ नरमी आ सके। नियमित लेजर ट्रीटमेंट त्वचा को रुखा होने से रोकता है।
अब युवा लड़के सख्त से नर्म की ओर अग्रसर हो रहे हैं।बढ़ती उम्र के साथ चेहरे पर झुर्रियाँ आने लगती है। यही कारण है कि अधेड़ उम्र के पुरुष चीक ऑगमेंटेशन यानी गालों को नया आकार देने को महत्व दे रहे हैं। इसके कई तरीके हैं, कृत्रिम इंप्लांट के साथ सिलिकॉन, पोरेक्स इंप्लांट और इंजेक्टेबल फिलर्स। ज्यादातर पुरुष सिलिकॉन इंप्लांट को तरजीह दे रहे हैं।
पतले व नर्म होंठ
लड़के भी अब नर्म होंठ पाना चाहते हैं। पुरुषों के मोटे और भरे होंठ भी अब चलन से बाहर हो गए हैं। प्रशांत मेहरा के होंठ काफी मोटे और बाहर की ओर थे। प्रशांत ने इससे निजात पाने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी करवाने में ही अपनी भलाई समझी। इस प्रक्रिया के तहत होंठों की लंबाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। अतिरिक्त लिप टिश्यू निकाला जाता है, जिससे होंठ पतले हो जाते हैं।
इसके अलावा अब पुरुष अपने हाथ-पैर की भी केयर करने लगे हैं। वे वैक्सिंग भी करवा रहे हैं और हेयर एंड बॉडी स्पा भी लेने लगे हैं। ये सब करवाने में अब पहले जैसी झिझक नहीं रही कि लोग क्या कहेंगे?
क्यों न हो, आखिर अच्छा दिखने का अधिकार पुरुषों को भी उतना ही है जितना कि महिलाओं को। सो अब ‘हैंडसम’ नहीं इन्हें ‘ब्यूटीफुल मर्द’ कहिए।