कॉर्न सिल्क अमृत है कई बिमारियों के लिए
कॉर्न सिल्क में स्टग्मास्टरोल और सिटेस्टेरोल मौजूद होता है। ये दिल की बीमारी और हाई कोलेस्ट्रॉल से बचाव करने में काफी असरदार तरीके से काम करता है। इसके साथ ही ये बॉडी में ग्लूकोज के स्तर को भी बनाए रखता है।
मक्के के रेशे, जिनका इस्तेमाल आप कभी नहीं कर पाए, उसमें विटामिन सी की मात्रा बहुत होती है। ये एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट है और कार्डियोवस्कुलर रोग से बचाने में सहायता करता है। ये ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।
गठिया की समस्या होने पर जोड़ों में तेज़ दर्द होता है और ऐसा खून में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाने की वजह से होता है। कॉर्न सिल्क गठिया की समस्या में भी राहत पहुंचाता है। इसके दर्द से निजात पाने के लिए दिन में दो बार मक्के के रेशों से तैयार की हुई चाय पिएं।
किडनी की समस्या के लिए घरेलू इलाज अपनाना चाहते हैं तो कॉर्न सिल्क का इस्तेमाल करें। ये यूटीआई, ब्लेडर इन्फेक्शन, पथरी, यूरिनरी सिस्टम में सूजन जैसी परेशानी में असरदार तरीके से काम करता है।
त्वचा से संबंधित समस्या जैसे रैशेस और मुहांसे, खुजली, कीड़े का काटना, ख़रोंच आदि से भी ये राहत दिलाता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण संक्रमण से रक्षा करते हैं।
मक्के के रेशों को सीधे खाने का कोई तरीका नहीं है। आप इसका सेवन चाय के तौर पर कर सकते हैं। एक बर्तन में पानी उबालें और उसमें ताज़ा कॉर्न सिल्क डाल दें। इसे कुछ मिनट तक उबालें और बर्तन में ही इसे छोड़ दें। कुछ समय में यह भूरे रंग का हो जाएगा और इसके बाद आप इसे छान लें। इसके स्वाद को बेहतर बनाने के लिए आप इसमें नींबू का रस निचोड़े।