सोशल साईट पर लगा दी दीदी की ही बोली
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कोलकाता टाइम्स :
क्या होगा जब आप एक महिला होकर फोन उठाएं और दूसरी तरफ से सवाल पूछा जाए कि आपका रेट क्या है? कितने बजे मिल सकती हो? आदि आदि। निश्चित तौर पर आप पहले तो फोन काट देंगे। इसके बाद आपको पता चले कि आपका नंबर व्हाट्सएप पर शेयर कर वायरल कर दिया गया है वो भी ये बताते हुए कि ये सुपर आइटम का नंबर है।
केरल में एक एजुकेशनल कंसल्टेंसी फर्म की सीईओ और मोटिवेशनल स्पीकर हैं श्रीलक्ष्मी सतीश। इन्होंने अपने साथ हुए इस पूरे घटनाक्रम को सिलसिलेवार तरीके से फेसबुक पर पोस्ट किया। उन्होंने लगातार आ रही कॉल्स में से एक पर कॉल बैक किया और उसे अपने बारे में बताया। साथ ही कहा कि अगर सब सच नहीं बताओगे तो पुलिस में शिकायत करूंगी। इसके बाद वह शख्स अपनी गलती मान गया और श्रीलक्ष्मी को बताया कि उसे कैसे उनका नंबर लिखा।
उस शख्स ने व्हाट्सएप ग्रुप की उस चैट का स्क्रीनशॉट श्रीलक्ष्मी को भेजा। श्रीलक्ष्मी ने उस शख्स को पहचान लिया। उसने उन्हें ‘सुपर आइटम’ बताकर नंबर व्हाट्सएप पर शेयर किया था। श्रीलक्ष्मी ने बताया कि शेयर करने वाला शख्स उनके जानने वाला ही निकला। वह उन्हें दीदी कहता था और सामने पड़ने पर बहुत सम्मान दिखाता था। वह कोई और नहीं एक नेशनल पार्टी के यूथ विंग का रीजनल सेक्रेटरी था, लक्ष्मी ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का फैसला किया।
केरल में एक एजुकेशनल कंसल्टेंसी फर्म की सीईओ और मोटिवेशनल स्पीकर हैं श्रीलक्ष्मी सतीश। इन्होंने अपने साथ हुए इस पूरे घटनाक्रम को सिलसिलेवार तरीके से फेसबुक पर पोस्ट किया। उन्होंने लगातार आ रही कॉल्स में से एक पर कॉल बैक किया और उसे अपने बारे में बताया। साथ ही कहा कि अगर सब सच नहीं बताओगे तो पुलिस में शिकायत करूंगी। इसके बाद वह शख्स अपनी गलती मान गया और श्रीलक्ष्मी को बताया कि उसे कैसे उनका नंबर लिखा।
उस शख्स ने व्हाट्सएप ग्रुप की उस चैट का स्क्रीनशॉट श्रीलक्ष्मी को भेजा। श्रीलक्ष्मी ने उस शख्स को पहचान लिया। उसने उन्हें ‘सुपर आइटम’ बताकर नंबर व्हाट्सएप पर शेयर किया था। श्रीलक्ष्मी ने बताया कि शेयर करने वाला शख्स उनके जानने वाला ही निकला। वह उन्हें दीदी कहता था और सामने पड़ने पर बहुत सम्मान दिखाता था। वह कोई और नहीं एक नेशनल पार्टी के यूथ विंग का रीजनल सेक्रेटरी था, लक्ष्मी ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का फैसला किया।
नीच हरकत करने वाले शख्स के समर्थन में उसकी पार्टी के कार्यकर्ता उतर आए। उन्होंने श्रीलक्ष्मी से शिकायत न करने की अपील की। श्रीलक्ष्मी ने उसे पार्टी से निकालने को कहा पर वे इस पर तैयार नहीं हुए। अब श्रीलक्ष्मी पुलिस कंप्लेन करने ही वाली थीं कि उस शख्स के पिता आ गए उन्होंने अनुरोध किया। इसके बाद श्रीलक्ष्मी ने शर्त रखी कि अपने बेटे से किसी चैरेटी संस्था में 25 हजार रुपए दान करें और सबूत के तौर पर बिल दें। उस शख्स ने ऐसा ही किया। श्रीलक्ष्मी ने इस बिल को फेसबुक पर शेयर कर दिया।