January 19, 2025     Select Language
दैनिक

सिर्फ महिलाओं से जुडी है ये बीमारी 

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कोलकाता :टाइम्स 

नींद में चरमोत्‍कर्ष पाना। आपको सुनने में थोड़ा अटपटा लग रहा होगा। लेकिन स्लीप ऑर्गैज्म नामक भी एक कंडीशन होती है। लड़कों में इस स्थिति को वेट ड्रीम्स या स्वप्नदोष कहते हैं, लेकिन जब महिलाएं इसका अनुभव करती हैं तो इसे स्लीप ऑर्गैज्म कहते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि मह‍िलाओं में भी ऐसी कोई कंडीशन होती है कि जब कोई व्यक्ति नींद में क्लाइमैक्स का अनुभव करे और उसी वक्त उसकी नींद खुल जाए। हालांकि यह स्थिति प्यूबर्टी से गुजर रहे लड़के और लड़कियों में ज्यादा होती है, फिर जीवन के बाद के क्षणों में उस वक्त जब आप सेक्शुअली ऐक्टिव नहीं रहते हैं।
पुरुष स्वप्न दोष के समय उत्तेजित हो जाते है, जो सिर्फ ईजैकुलेशन है। वहीं महिलाओं को ऐसे सपने नींद में सेक्सुअल अराउजल या यौन उत्तेजना से जुड़े हुए हैं, जिसकी वजह से वजाइना में गीलापन और फिर ऑर्गेज्‍म महसूस होता है। यह बात भी असामान्य नहीं है कि महिलाएं क्लाइमेक्स के बाद भी सोती रहती हैं।
क्या होता है स्लीप ऑर्गेज्म? जब हमारे शरीर में एक निश्चित मात्रा से अधिक वीर्य संचित हो जाता हैं और शरीर उसे बाहर निकालना चाहता है तो स्वप्नदोष होता हैं। स्वप्नदोष में दरअसल नींद में उतेजक सपनों के माध्यम से ऑर्गेज्‍म का अनुभव होता है और वीर्यपात होता है। महिलाएं भी स्वप्न दोष जैसी समस्याओं की शिकार होती है। हालांकि अभी तक यही माना जाता था कि सिर्फ पुरूष ही ऐसी समस्याओं से परेशान है। इसल‍िए महिलाओं में इस स्थिति को स्‍लीप ऑर्गेज्‍म कहा जाता है।
सेक्‍स से जुड़े सपने आना वेट ड्रीम्स या गीले सपने, उत्तेजित सपनों से संबंधित हो भी सकते हैं और नहीं भी। जब आप सेक्‍स से जुड़े किसी भी तरह के सपने देखते हैं तो आपका उत्तेजित महसूस करना स्वाभाविक है। हालांकि, यह विपरित एक चीज ये भी हो सकती है कि वेट ड्रीम में, आपके पेल्विक में रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है, जो आपको उत्तेजित कर सकता है और आपको सेक्‍स से जुड़े सपने आ सकते हैं।
स्‍लीप ऑर्गेज्‍म से जुड़ा चौंकाने वाला तथ्‍य आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जो हकीकत में तो ऑर्गैज्म महसूस नहीं कर पातीं लेकिन नींद में ऑर्गैज्म हासिल कर लेती हैं। ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि उन महिलाओं के लिए ऑर्गैज्म के दौरान शारीरिक उत्तेजना के साथ-साथ मानसिक उत्तेजना का भी शामिल होना जरूरी है।

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