2 दिन की छुट्टी एन्जॉय करने के लिए परफेक्ट जगह है चौकोरी
चौकोरी में घूमने वाली जगहें : ऑफ-बीट डेस्टिनेशन होने की वजह से यहां घूमने के बहुत सारे ऑप्शन्स नहीं मिलेंगे लेकिन दोस्तों और पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए ये जगह काफी अच्छी साबित होगी।
गंगोलीघाट: चौकोरी से 35 किमी दूर ये जगह समुद्र तल से 1800 मी की ऊंचाई पर है। कुमांयु पहाड़ों के बीच बसे कालीमाता के इस मंदिर की अपनी अलग महत्ता है. यहां से 14 किमी का सफर तय करके आप मशहूर पाताल भुवनेश्वर की गुफा तक पहुंच सकते हैं।
असको सेंक्चुअरी : इस सेंक्चुअरी में आपको कस्तूरी मृग देखने को मिलेंगे। इसके अलावा और भी कई सारे दूसरे खूबसूरत पक्षियों का घर है ये जगह।
पिंडारी ग्लेशियर : नंदा देवी और नंदा कोट पहाड़ों के बीच बसे इस ग्लेशियर का ट्रेक, हिमालय के सबसे खूबसूरत ट्रैक में शामिल है।
नागदेवता मंदिर : चौकोरी से 12 किमी की दूरी पर बेरीनाग में स्थित है ये मंदिर। नागदेवता मंदिर के अलावा यहां और भी कई सारे नाग मंदिर हैं। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कालीनाग और श्रीकृष्ण के बीच युद्ध हुआ था जिसमें कालीनाग की हार हुई थी। जिसके बाद भगवान ने उसे यमुना नदी से जाने को कहा था। और वो अपने अनुयायियों के साथ इस जगह पर आकर बस गया था। ये सिर्फ मंदिर ही नहीं बल्कि हिंदुओं का प्रमुख तीर्थ स्थल भी है।
चिन्नेश्वर वॉटरफॉल : चिन्नेश्वर वॉटरफॉल, उत्तराखंड के खूबसूरत वॉटरफॉल्स में से एक है। कुमांऊ के गराऊं गांव में 160 फीट ऊंचा ये वॉटरफॉल चारों ओर पाइन के जंगलों से घिरा हुआ है। इस जगह के बारे में भी लोग कई सारी बातें बताते हैं। उनका मानना है कि वॉटरफॉल के पीछे भगवान शिव का मंदिर है जिसे पार कर मंदिर तक पहुंचना बहुत ही मुश्किल। तो अगर आप चौकोरी में हैं तो इस जगह को जरूर देखने जाएं।
धरमघर : चौकोरी से सिर्फ 9 किमी की दूरी पर है धरमघर। यहां है चारों ओर हिमालय की खूबसूरत वादियों से घिरा हिमदर्शन कुटीर। जहां गांधी जी की शिष्या सरला बेन में अपने जिंदगी के अंतिम दिन बिताए थे।
कैसे पहुंचे
चौकोरी में अपना कोई एयरपोर्ट नहीं है लेकिन पंतनगर, सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है। जो शहर से लगभग 223 किमी की दूरी पर है और ज्यादातर शहरों से जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से आप टैक्सी द्वारा 3 से 4 घंटे में चौकोरी पहुंच सकते हैं।
शहर से लगभग 180 किमी की दूरी पर स्थित काठगोदाम, यहां तक पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। वैसे स्टेशन के बाहर कैब और टैक्सी की सुविधाएं अवेलेबल रहती हैं।
यहां तक डायरेक्ट बसें नहीं चलती तो आप काठगोदाम या अल्मोड़ा तक की बस ले सकते हैं और फिर यहां से चौकोरी पहुंच सकते हैं।
कब जाएं : अप्रैल से जून के बीच यहां जाने का आइडिया बेस्ट रहेगा क्योंकि तब यहां का तापमान 17-25 डिग्री के बीच रहता है। जिसमें आप यहां किसी भी तरह के कपड़े पहन सकते हैं। वहीं सर्दियों में यहां का तापमान 2 डिग्री तक भी पहुंच जाता है। तो अगर आप अक्टूबर से फरवरी के बीच जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो गर्म कपड़े ले जाना बिल्कुल न भूलें।
जुलाई से लेकर सितंबर के बीच यहां बहुत बारिश होती है इसलिए मॉनसून में जाना अवॉयड करें।