नास्तिक नहीं आस्तिकों का बिस्वास रखती हैं उन्हें खुश
कोलकाता टाइम्स :
क्या आप आस्तिक हैं या नास्तिक? यकीन मानिए हमें आपके आस्तिक या नास्तिक होने से कोई फर्क नहीं पड़ता, हम तो बस आस्तिक और नास्तिकों पर हुए अध्ययन के बारे में आपको बताना चाहते हैं। एक रिसर्च में यह दावा किया गया है कि जो लोग धार्मिक होते हैं वे नास्तिकों की तुलना में ज्यादा खुश रहते हैं।
प्यू रिसर्च स्टडी में यह दावा किया गया है। रिसर्च में दावा किया गया है कि जो लोग धार्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं, वे बाकी लोगों की अपेक्षा बहुत खुश रहते हैं। दो दर्जन से ज्यादा देशों से डाटा इकट्ठा करने के बाद यह दावा किया गया है।
रिसर्च के मुताबिक आस्तिक लोग भाग्य पर भरोसा करते हैं और पूजा-पाठ करते हैं, इसलिए वह ज्यादा खुश रहते हैं।रिसर्च के दौरान लोगों की 3 श्रेणियां बनाई गई थीं, जिसमें धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेने वाले, धार्मिक तौर पर बिल्कुल गतिविधि न करने वाले और किसी भी धर्म से नहीं जुड़े लोगों को शामिल किया गया था।
सर्वे में शामिल अमेरिका के 36 फीसदी लोगों ने बताया कि वह नास्तिकों की तुलना में ज्यादा खुश है। ऑस्ट्रेलिया के 32 फीसदी धार्मिक लोगों ने बताया कि वह धर्म को न मानने वालों की तुलना में ज्यादा खुश हैं।इस रिसर्च में यह दावा किया गया है कि धार्मिकता को मानने वाले लोगों का जीवनस्तर नास्तिकों की तुलना में बेहतर होता है और वे ज्यादा खुश भी रहते हैं।