हनीमून किडनैपिंग में अव्वल बिहार, साल के शुरू में ही बढे 2000 मामले
कोलकाता टाइम्स :
बिहार में हनीमून किडनैपिंग ने पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है। लड़की के गायब होने के बाद अपहरण का केस दर्ज हो रहा है। लेकिन, जब पुलिस मामले की तह में पहुंचती है, तो मामला शादी या प्रेम प्रसंग में खुद ही घर से भागने का निकल जाता है। बिहार पुलिस के आंकड़ों की मानें, तो हर साल प्रेम प्रसंग व शादी को लेकर अपहरण के केस में 10 से 25 फीसदी की लगातार बढ़ोतरी हो रही है। खास बात यह है कि शादी की नीयत से अपहरण या प्रेम प्रसंग के मामलों में गायब होने वाली लड़कियों में नाबालिगों की संख्या अधिक होती है।
प्रेम प्रसंग या शादी की नीयत से अपहरण के ज्यादातर मामलों में लड़का – लड़की बिहार के बाहर से ही बरामद किये जाते है। उन्हें बरामद करने में पुलिस टीम को दूसरे राज्यों तक जाना पड़ता है। इससे पुलिस काे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पुलिस पर अक्सर लड़की की बरामदगी के लिए भारी दबाव रहता है।
2015 में प्रेम प्रसंग और शादी की नीयत से अपहरण के 4229 मामले सामने आये। जबकि 2016 में संख्या बढ़ गयी और 4653 मामले दर्ज किये गये। मसलन अगले साल पिछले साल की तुलना में 424 अधिक मामले अधिक आये। 2017 में 6217 मामले दर्ज कये गये। अगर 2016 से तुलनात्मक अध्ययन किया जाये तो 1564 मामलों की बढ़ोतरी हो गयी। इसी प्रकार, 2018 में करीब आठ हजार मामले दर्ज किये गये जो 2017 में दर्ज मामलों से दो हजार ज्यादा हैं। 2019 में मात्र जनवरी व फरवरी माह में ही 1159 मामले दर्ज किये जा चुके हैं। जबकि अभी पूरा साल बाकी है। अगर इसी अनुपात में मामले दर्ज होते रहें तो दस हजार से ज्यादा मामले इस साल दर्ज किये जा सकते हैं।