विश्व में अव्वल बताने वाला चीन इस बीमारी से नहीं बचा पा रहा अपने 2.5 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी को
कोलकाता टाइम्स :
पुरे विश्व में अपनी धाख जताने वाले चीन खुद एक गंभीर समस्या से जूझ रहा है। चीन अपने 2.5 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों को एक कठिन बीमारी से नहीं बचा पारा है। हालाँकि चाहे वो टेक्नलॉजी का सामान हो या घर का चीन में निर्मित हर चीज सारी दुनिया में नियार्त की जाती है। चीन के लोगों की मेहनत की तारीफ सारी दुनिया में होती है। चीन के लोग जितनी मेहनत कर रहे हैं, उतने ही ज्यादा बीमारियों से ग्रसित हैं। चीन की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 के अंत तक ऑक्यूपेशनल डिसीज (पेशे के कारण होने वाली बीमारी) के लगभग 9,70,000 मामले पाए गए, जिनमें 90 प्रतिशत मामले न्यूमोकोनियोसिस (मुख्यत: खांसी और सांस लेने में परेशानी के लक्षण) के थे।
एक अध्ययन के अनुसार, 90 करोड़ी चीनी कर्मियों में से 2.5 करोड़ कर्मियों में प्रतिवर्ष कार्यस्थल पर बीमारियों में जकड़ जाते हैं, जिनमें सबसे ज्यादा लोग न्यूमोकोनियोसिस से पीड़ित होते हैं। यह लंबे समय तक रहने वाली और जानलेवा बीमारी है, जिसमें धूल और छोटे कड़ों के अंदर जाने से फेफड़े प्रभावित होते हैं।