जल्दी अमीर बनने की चाहत पूरा करेगा विदुर नीति
अमीर बनने की विदुर नीति जानने की जितनी जल्दी आपको है, उससे ज्यादा जल्दी हमें बताने की है ताकि आप अमीर बन सकें, लेकिन उससे पहले आपको विदुर के बारे में जानना जरूरी है।
विदुर महाभारत काल में हस्तिनापुर के राजा और कौरवों के पिता धृतराष्ट्र के मंत्री थे। हस्तिनापुर को समृद्ध बनाने के लिए जो भी नीतियां बनाई जाती थीं, उनमें उनका दखल जरूर होता था।
अब आपको समझाते हैं विदुर नीति
दरअसल विदुर ने एक सफल व्यक्ति बनने हेतु तो नीतियां उस समय बताईं थीं उनकी प्रासंगिकता आज भी उतनी ही है जितन की महाभारत काल में थी।
विदुर ने कहा था कि अगर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास धन का भंडार हो तो उसे जल्दबाजी में बिल्कुल नहीं रहना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को हर कार्य बड़े ही धैर्य और शांत मन से करना चाहिए। क्योंकि एकाग्र मन से किये गए कार्यों में गलतियां कम होने की संभावना रहती है।
विदुर के अनुसार अमीर बनने की चाह रखने वाले व्यक्ति को दफ्तर में अपने सहकर्मियों के काम से ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए। ऐसा व्यक्ति अपनी तरक्की की बजाय केवल दूसरों के काम पर ध्यान देता रहता है। और अपनी तरक्की के मार्ग में अवरोध उत्तपन्न कर लेता है। इसलिए केवल अपने काम पर ही फोकस करें।
विदुर के अनुसार यदि आपको अमीर बनना है तो आपका निडर होना आवश्यक है, क्योंकि अगर आप हर बात पर डरेंगे तो कोई भी महत्वपूर्ण फैसला कैसे लेंगे। उन्होंने कहा था कि धन की चाह रखने वालों को कोई भी जोखिम या कठिन फैसला लेने से कभी नहीं डरना चाहिए। इसके अलावा अपने धन का सोच-समझकर निवेश करना चाहिए।
विदुर नीति के अनुसार अमीरी की चाह रखने वाले लोगों को हमेशा आलस्य का त्याग करना चाहिए। आलस्यवान व्यक्ति कभी भी अमीर नहीं बन सकता। आलसी लोगों के पास लक्ष्मी कभी नहीं टिकती। इसलिए अमीर बनने के लिए आलस का परित्याग करना बेहद जरूरी है।