दुनिया में भारतीय महिलाएं हैं कम Active
कोलकाता टाइम्स :
भारत में लोगों के मॉर्डन लाइफस्टाइल अपनाने के कारण बीमारियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। कई शोध से इस बात का खुलासा हो चुका है कि ये बीमारियां फिजिकल एक्सरसाइज कम करने के कारण हो रही हैं। हाल ही में हुए एक शोध से बड़ा खुलासा हुआ है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा बीमार पड़ती हैं।
महिलाओं में स्वास्थ्य बिगड़ने का खतरा ज्यादा है। शोध के मुताबिक दुनियाभर में चार में से एक इंसान को कम एक्सरर्साइज करने के कारण गंभीर बीमारियां जैसे कार्डियोवस्कुलर डिजीज, टाइप 2 डायबीटीज, डिमेंशिया और कैंसर हो सकती हैं। ये शोध वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने करवाया था। इस शोध से पता लगा है कि 2001 से दुनियाभर में फिजिकल एक्टिविटी बढ़ने को लेकर किसी भी तरह का कोई सुधार नहीं हुआ है।
शोध के परिणामों को देखते हुए शोधकर्ताओं ने कहा कि यदि फिजिकल एक्टिविटी में इसी तरह से सुधार नहीं हुआ तो 2025 तक इसे 10 प्रतिशत तक बढ़ाने के लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सकेगा। शोधकर्ताओं के मुताबिक पूरी दुनिया में एक चौथाई लोग तय की गई मात्रा तक फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते हैं। इस बारे में जानकारी 2017 में 168 देशों में हुए 358 जनसंख्या आधारित अध्ययन से मिली है। इसी से ये बात भी पता चली थी कि पूरी दुनिया में 32 प्रतिशत महिलाएं और 23 प्रतिशत पुरुष अपने स्वास्थ्य के लिए तय की गई फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक इंसान को स्वस्थ रहने के लिए हर हफ्ते लगभग 150 मिनट तक थोड़ी एक्सरर्साइज और 75 मिनट तक तेजी से एक्सरर्साइज करनी चाहिए। वहीं शोध में बताया गया कि कम आय वाले देशों में 16 प्रतिशत लोग तय फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते हैं वहीं ज्यादा आय वाले देशों में ये संख्या 37 प्रतिशत है। भारत में महिलाएं पुरुषों की तुलना में ज्यादा इनऐक्टिव हैं। भारत में 25 प्रतिशत पुरुष अपर्याप्त फिजिकल ऐक्टिविटी करते हैं वहीं महिलाएं 44 प्रतिशत हैं।