कर्पूर के इस्तेमाल के हैं कई फायदे, जानकर दंग रह जाएंगे आप
हिंदू धर्म में आरती के दौरान अक्सर कर्पूर का इस्तेमाल होता है। आरती के दौरान कर्पूर का इस्तेमाल यूं ही नहीं किया जाता बल्कि इसके पीछे कई धार्मिक और वैज्ञानिक कारण भी हैं। कर्पूर एक उड़नशील वानस्पतिक द्रव्य है।
जलाने पर इससे निकलने वाली गंध जैसे ही हमारी सांसों के जरिये हमारे शरीर में प्रवेश करती है तो इससे हमारे शरीर को कई सारे लाभ होते हैं। कर्पूर हमारे शरीर में प्रवेश कर एक तरह से एंटी ऑक्सीडेंट का काम करता है। आयुर्वेद के अनुसार इसकी गंध सूंघने से कफ संबंधी दोष दूर होते हैं। यहां तक की विभिन्न आयुर्वेदिक औषधियों में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
कर्पूर घर के वातावरण को शुद्द बनाता है। इसे घर में नियमित रूप से जलाने से कीट पतंगे मर जाते हैं। साथ ही इसकी गंध से बैक्टीरिया-वायरस आदि सूक्ष्म जीव भी नष्ट हो जाते हैं। दमा के रोगियों को सोते समय अपने तकिए के नीचे कपूर रखना चाहिए। ऐसा करने से दमा के अटैक कम आते हैं।
हरे पर पिंपल्स या कोई भी त्वचा संबंधी परेशानी होने पर कपूर में नारियल का तेल मिलाकर मसाज करने से लाभ होता है।
बाल झड़ने की समस्या या रूसी होने पर कर्पूर और नारियल का तेल मिलाकर लगाएं। गरम पानी में कर्पूर डालकर उस गर्म पानी में अपने पैर डाल दें इससे फटी एड़ियों में आराम मिलेगा। सर्दी जुकाम और फेफड़ों से संबंधित रोगों में कर्पूर सूंघने पर अद्भुत लाभ होता है।