नहीं दी पैटर्निटी लीव अब दो 35 करोड़1
कोलकाता टाइम्स :
हमारे देश में तो मैटरनिटी लीव के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है। पैटर्निटी लीव तो सपना है। लेकिन, लेकिन अमेरिका सहित कई देशों में बच्चे के जन्म के बाद पिता को भी छुट्टी दी जाती है। इसी छुट्टी के चक्कर में अब एक कंपनी को 35 करोड़ का चपत लगा है। मामला अमेरिका का है। वित्तीय सेवाएं देने वाली MNC जेपी मोर्गन चेज को अपने एक कर्मचारी को पैटर्निटी लीव नहीं देना महंगा पड़ गया। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद कोर्ट ने कंपनी को 35 करोड़ रुपये हर्जाने के रूप में जमा करने को कहा है।
डेरेक रोटोंडो 2017 में दूसरी बार पिता बने। उन्होंने कंपनी से छुट्टी मांगी, लेकिन नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने कंपनी के खिलाफ 2017 में मुकदमा दर्ज कर दिया। अमेरिकन सिविल लबर्टीज यूनियन (ACLU) ने कंपनी को 35 करोड़ चुकाने का आदेश दिया है। यह इस तरह का पहला मामला है। कोर्ट के आदेश पर डेरेक ने कहा कि वह केवल अपने बच्चे के साथ समय बिताना चाहते थे. उन्होंने पैटर्निटी लीव नहीं देने को पुरुषों के साथ भेदभाव बताया।
कंपनी की तरफ से दलील दी गई कि पुरुषों को 16 हफ्ते की पेड लीव तभी मिल सकती है, अगर बच्चे की मां काम पर जा रही हो और वह प्राइमरी केयरगिवर के रूप में हो। इसी को आधार मानते हुए जेपी मोर्गन ने डेरेक को केवल दो हफ्ते की छुट्टी की इजाजत दी थी, जिसके खिलाफ वे कोर्ट चले गए थे।