कोलकाता टाइम्स :
वैसे इस मिश्रण को आम भाषा में आंवले का मुरब्बा भी कहा जाता है। जो भारतीय रसोई में आमतौर पर देखने को मिल जाता है। लोग इसे मिठास की वजह से बहुत चाव से भी खाते हैं। खाली पेट खाने के इसके फायदे अधिक देखने को मिलते हैं। आइए, जानते हैं शहद और आंवले को एक साथ खाने के फायदों के बारे में।
है शहद और आंवला दोनों ही प्राकृतिक रुप से सेहत और सौन्दर्य गुणों से भरपूर होते हैं। आयुर्वेद से लेकर दादी मां के नुस्खों में इनके सेवन से होने वाले फायदों के बारे में जिक्र आपको जरुर मालूम चल जाएंगे। शहद और आंवले का मिश्रण तैयार करके इन्हें साथ में लेने से इसके फायदे दोगुने हो जाते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए आंंंवला जहां रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए एक योद्धा की तरह शरीर में रोगों से लड़ता है वहीं शहद दीवार बनकर हम तक बीमारियों को आने से रोकता है। इस मिश्रण के सेवन से आप हमेशा स्वस्थ रहेंगे। पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है शहद में भीगा आंवला अपच और एसिडिटी का सबसे अच्छा उपाय है। यह आपकी भूख को बढ़ाने के साथ आहार के उचित पाचन में भी मदद करता है। शहद में भीगे आंवला और इसका मिश्रण पीने से कब्ज और बवासीर से राहत मिलती है।
स्पर्म काउंट बढ़ाता है आंवला और शहद के सेवन से पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ता है। मधुमेह एवं मूत्र-ग़ड़बड़ी ठीक होती है।
एजिंग को रोकें नियमित रूप से शहद में भीगे आंवला की एक चम्मच खाना आपको सदा जवां बनाये रखने में मदद करता है। यह आपको जरूरी एनर्जी प्रदान कर शरीर को फिर से जवां रखता है। साथ ही चेहरे से झुर्रियों और फाइन लाइन को भी हटाता है। तो देर किस बात कि अगर आप फिर से जवां बने रहना चाहते हैं तो इस उपाय को आज से ही अपनायें।
लिवर को मजबूत बनाएं शहद में भीगे आंवले को खाने से लिवर स्वस्थ रहता है, और पीलिया के इलाज में भी मदद मिलती है। यह शरीर में संचित पित्त दोष और लिवर से विषाक्त पदार्थों को दूर करता है, जिससे लिवर को प्रभावी ढंग से काम करने में मदद मिलती है।’ ब्लड शुगर को कंट्रोल करे आंवला और शहद एक प्राकृतिक मिठास का काम करता है। आंवला डायबिटीज का इलाज करने के साथ ही रक्त से जुड़े अन्य विकारों को भी इलाज करता है। बॉडी को करें डिटॉक्स शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन करने के लिए आंवला और शहद का मिश्रण सबसे बढि़या उपाय हैं। इससे वजन बढ़ने और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का जोखिम कम होता है। नियमित रूप से सुबह के समय काढ़ा पीने और शहद में भीगा आंवला खाने से आंतों और खून से सभी विषाक्त पदार्थ दूर होते हैं।