तांबे के बर्तन से दें सूर्य को अर्घ्य, दौड़ेगा याददास्त का घोड़ा
कोलकाता टाइम्स :
सप्तमी तिथि के दिन व्यक्ति को सूर्योदय से पूर्व उठकर दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होना चाहिए। उसके पश्चात पवित्र जल से स्नान करना चाहिए। स्नान करने वाले जल में गंगा जल मिला सकते हैं। स्नान के बाद साफ वस्त्र पहनकर पूजा के आसन पर बैठना चाहिए और सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। पूजा में लाल चंदन, अक्षत, लाल रंग के फूल का इस्तेमाल करना चाहिए।
सूर्य देव की अराधना के बाद तांबे के साफ पात्र में जल भरें, उसमें लाल चंदन, अक्षत, लाल रंग के फूल डालें। ‘ॐ सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करते हुए सूर्य को अर्घ्य दे। इस दिन भोजन में नमक का परहेज करें।