महंगाई में पाक-चीन निकले भाई-भाई, रिकॉर्ड तोड़ ट्रेड वार का आतंक
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कोलकाता टाइम्स :
पाकिस्तान की तरह चीन भी महंगाई से सहम गया है। चीन की मुद्रास्फीति दर मई में पिछले एक साल से अधिक की अवधि के सबसे उच्च स्तर पर चली गई। इसकी प्रमुख वजह सुअर के मांस और फलों की कीमतों में बेहताशा बढ़ोतरी होना है। सुअर के मांस की कीमत में बढ़ोतरी की वजह अफ्रीका में स्वाइन बुखार की महामारी फैलना और मौसम का खराब होना है। एक तरफ जहां कीमतें बढ़ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ मांग कमजोर बनी हुई है। इसकी एक बड़ी वजह अमेरिका के साथ चल रहे व्यापार युद्ध के चलते बने आर्थिक अनिश्चिता के हालात हैं।
चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के हिसाब से मई में चीन का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक 2.7 प्रतिशत को छू गया। मई की खुदरा मुद्रास्फीति दर फरवरी 2018 के बाद सबसे ऊंची है।
आपको बता दें पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी महंगाई ने कमर देश की कमर तोड़ रखा है। पिछले दिनों कंगाली के दरवाज़े पर खड़े पाकिस्तान ने अगले वित्त वर्ष के रक्षा बजट में कटौती करने का निर्णय लिया है। पाकिस्तान की सेना के तीनों अंग, यानी थल सेना, वायु सेना और नौसेना, इस कटौती का बोझ उठाएंगे। पाकिस्तान के पास पैसे की इतनी कमी है कि वहां के ऑफिसर्स रैंक के अधिकारियों की तनख्वाह नहीं बढ़ाई जाएगी।