अगले तीन दशक में ही धरती से इंसान ख़त्म! रिसर्च की चेतवानी
कोलकाता टाइम्स :
चौंका देगा मौसम के ऊपर हुई एक रिसर्च का सच। यह रिसर्च हमें बताती है कि कैसे क्लाइमेट चेंज के चलते 2050 तक मानव सभ्यता खत्म हो सकती है।
इस रिसर्च को समझाते हुए ऑस्ट्रेलियन रक्षा बल के चीफ और रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी के एडमिरल, क्रिस बैरी बताते हैं कि ये रिपोर्ट इंसान और पृथ्वी की निराशाजनक स्तिथी को दर्शाती है।
इसकी वजह है क्लाइमेट चेंज. क्लाईमेट चेंज अब मानव अस्तित्व के लिए खतरा बनता चला जा रहा है। ऐसा खतरा जिसे संभाल पाना लगभग नामुमकिल हो जाएगा। बैरी ने ये भी कहा कि न्यूक्लियर वॉर के बाद मानव जीवन को दूसरा बड़ा खतरा ग्लोबल वार्मिंग से है।
इस रिसर्च से जुड़े शोधकर्ताओं ने मौजूादा स्थिती को देखते हुए 2050 तक का एक परिदृश्य तैयार किया है. इसके मुताबिक-:
1. 2050 तक दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी और धरती के 35% हिस्से को साल में 20 दिन जानलेवा गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
2. कृषि उत्पाद के पांचवे हिस्से में कटौती होगी।
3. अमेजन (Amazon) ईकोसिस्म नष्ट हो चुका होगा।
4. आर्कटिक जोन गर्मियों में बर्फ मुक्त हो चुका होगा।
5. समुद्र स्तर 0.5 मीटर तक बढ़ जाएगा।
6. एशिया की सभी महान नदियों का पानी अधिक मात्रा में सूख जाएगा।
7. 1 अरब से ज्यादा लोग अपने घर छोड़कर दूसरी जगह बसने को मजबूर हो जाएंगे। 8. सेमी परमानेंट एल नीनो कंडीशन बन जाएगी।
9. पृथ्वी का एक तिहाई हिस्सा रेगिस्तान में तबदील हो सकता है।