और 37 पार करते ही खौलता दिखेगा कुवैत
कोलकाता टाइम्स :
सुनने में यह अटपटा जरूर है पर सच्चाई होश उदा देने वाली है। मध्य पूर्व के देश कुवैत में गर्मी का पारा 63 तक पहुंच गया है। अब हम सब जानते हैं 100 दडिग्री में कोई भी वस्तु खोलती नजर अति है। कुछ सैलून में सिर्फ कुवैत ही नहीं धरती भी खोलती दिखेगी। वजह है जलवायु परिवर्तन।
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बता दे, 8 जून को, मध्य पूर्व के देश कुवैत में गर्मी धूप में 63 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। हो की दुनिया के इतिहास में सबसे अधिक तापमान।
अमीरात समाचार गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उसी दिन, सऊदी अरब के अल-मजमा का तापमान 55 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
यह आशंका जताई जा है कि, कुवैत और सऊदी अरब में यह असहनीय तीव्र गर्मी जल्द ही खत्म होने वाला नहीं है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि, कुवैत में गर्मी जुलाई में ही 68 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है।
कुछ ऐसी ही स्थिति भारत की भी है। मौसम विभाग ने 10 जून को कहा, राजस्थान के चूरू शहर में सबसे अधिक तापमान 48.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा, यहां हाल ही में 52 डिग्री सेल्सियस के तापमान भी रिकॉर्ड ककिया गया था। इस साल अब तक, भारत में 236 लोग मारे गए हैं।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के अनुसार, दुनिया का सबसे अधिक तापमान का रिकॉर्ड संयुक्त राज्य का ही है। इससे पहले यह रिकॉर्ड डेथ वैली का है जहँ तापमान 56.7 डिग्री सेल्सियस था।