समुद्र में छलांग लगाते ही गुब्बारे जैसा फूल गया शरीर
कोलकाता टाइम्स :
एक दिन जब रामोस ने मछलियां पकड़ने के लिए पानी में छलांग लगाई तो उसका शरीर ऐसा बदला कि सालों तक ठीक नहीं हो पाया।
रामोस जब पानी से बाहर आए तो उनके शरीर में तेज दर्द उठा। उन्होंने महसूस किया कि धीरे-धीरे उनका शरीर बढ़ रहा है। रामोस का पेट, छाती और कंधे बढ़ते-बढ़ते गुब्बारे जैसे फूल गए। उन्हें समझ ही नहीं आया कि उनके साथ ये क्या हो रहा है। यहां तक कि डॉक्टर्स भी उनकी हालत देख कर सोच में पड़ गए। गुब्बारे जैसे शरीर के साथ हुई काफी परेशानी गुब्बारे जैसे शरीर के साथ रहने में रामोस को काफी परेशानी भी हुई। तेज दर्द और बढ़े हुए शरीर के साथ न वो चल पा रहे थे और न ही बैठ। उनका मछलियों का बिजनेस भी इस कारण चौपट हो गया था।
अस्पताल में डॉक्टर्स ने जब उनके टेस्ट शुरू किए तब जाकर उनकी इस अजीब बीमारी का कारण पता चला। शरीर में बढ़ गई थी नाइट्रोजन की मात्रा डॉक्टर्स के मुताबिक रामोस समुद्र में मछलियां पकड़ते-पकड़ते ज्यादा गहराई तक चले गए थे जिसके कारण उनके शरीर में नाइट्रोजन की मात्रा हद से ज्यादा बढ़ गई थी। नाइट्रोजन उनके खून में मिल गया था जिसके कारण शरीर में बुलबुले बन गए। जहां-जहां नाइट्रोजन पहुंचा, वहां रामोस का शरीर गुब्बारे की तरह फूलने लग गया।
आज उनकी बीमारी के 4 साल बाद डॉक्टर्स ने उनके शरीर से 30 प्रतिशत तक नाइट्रोजन निकाल दिया है लेकिन कई जगह नाइट्रोजन के बैग बन गए हैं, जो उनके मांस से चिपके हुए हैं। रामोस के शरीर से इन बैग्स को निकालना लगभग नामुमकिन है। इस बीमारी को डिकंप्रेशन सिकनेस भी कहते हैं, जो ज्यादा गहराई या ऊंचाई की जगह पर जाने पर होती है।