केदारनाथ में फिर आ रही है तबाही, पानी संजो रहा चोराबाड़ी
कोलकाता टाइम्स :
वर्ष 2013 को याद कर केदारनाथ आज भी सहम जाता है। उस वक़्त आई प्राकृतिक आपदा के कारण पूरी केदारनाथ घाटी तहस-नहस हो गई थी। लगभग 5000 लोग मारे गए थे। हजारों लोग विस्थापित हो गए थे। करोड़ों की संपत्ति की क्षति हुई थी। तब विशेषज्ञों ने इस तबाही की वजह मानसून का जल्दी आ जाना और ग्लेशियरों का पिघलना बताया था।
अभी तक उस आपदा से पूरी तरह उबर नहीं पाया है केदारनाथ कि फिर प्राकृतिक आपदा की चेतावनी मिल गयी। 2013 के उस तबाही के 6 वर्ष बाद केदारनाथ की चोराबाड़ी झील में दोबारा पानी एकत्रित हो रहा है। यह वही झील है जो 2013 में आए महाविनाश का मुख्य कारण बना था। सेटेलाइट तस्वीरों के माध्यम से पता चला है कि 2013 की तबाही जैसा खतरा फिर से पास आ रहा है। जमी हुई चोराबाड़ी झील के कुछ नई तस्वीरें दर्शाती हैं कि केदारनाथ धाम से दो किमी ऊपर कई जगह पानी इकठ्ठा हो रहा है और पानी एकत्र होने वाली जगहों की तादाद बढ़ रही है।
इंडिया टुडे की डाटा इंटेलीजेंस यूनिट (DIU) ने चोराबाड़ी झील की इन सेटेलाइट तस्वीरों में चार अहम् जल समूहों की पहचान की है। यह फोटो लैंडसैट 8 और सेंटीनेल-2B सेटेलाइट से 26 जून, 2019 को ली गई हैं। यह तस्वीरें दर्शाती हैं कि बीते एक महीने में जल समूहों की संख्या दो से बढ़कर चार हो गई है। हालाँकि आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि उत्तराखंड सरकार ने एहतियाती उपाय करने आरंभ कर दिए हैं।