सीने में होने वाला हर दर्द हार्ट अटैक नहीं होता, ऐसे पहचाने
कोलकाता टाइम्स :
क्या आपको कभी सीने में बहुत तेज़ दर्द महसूस हुआ है? माना जाता है कि सीने के बाईं तरफ दर्द होना कार्डिएक अरेस्ट की वजह से होता है लेकिन असल में ये दर्द हार्ट अटैक का लक्षण भी हो सकता है। ऐसे में अगर आपको कार्डियोवस्कुलर अटैक जैसे कि बहुत तेज़ दर्द होना, असहज दबाव महसूस होना या अचानक से कमज़ोरी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
हार्टबर्न : एसिडिटी का बहुत ही गंभीर रूप है हार्टबर्न, जिसमें आप हार्ट अटैक का खतरा भी महसूस कर लेते हैं जबकि ये बस एक एसिड रिफलक्स होता है। एसिडिटी से सेहत को बहुत नुकसान होते हैं। इसकी प्रमुख वजह है अपच जिसकी वजह से हार्टबर्न या सीने में दर्द की शिकायत रहती है। हालांकि, अगर आपको कोई कार्डिएक बीमारी नहीं है तो आप कुछ एंटासिड लेकर भी हार्टबर्न की समस्या को ठीक कर सकते हैं। आप कुछ घरेलू नुस्खे जैसे कि बाईं ओर करवट लेकर सोना या च्यूंइगम चबाना जिससे सलाईवा ईसोफेगस के एसिड को साफ कर दे, आदि को आज़मा सकते हैं।
सीने में दर्द : ऐसा कई बार होता है जब किसी इंसान को सीने में तेज़ दर्द के चलते इमरजेंसी में अस्पताल ले जाया जाता है। ये कार्डिएक अरेस्ट के लक्षणों की तरह ही दिखता है जिसमें कार्डिएक एंज़ाइम्स भी शामिल होते हैं जोकि ह्रदय की मांसपेशियों के क्षतिग्रस्त होने का कारण बनते हैं। लेकिन ईसीजी रिपोर्ट में ब्लॉकेज का कोई लक्षण नज़र नहीं आता है। इस परिस्थिति को ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम कहा जाता है जिसमें स्ट्रेस रहता है और मरीज़ खुद को बीमार महसूस करता है। अपने तनाव को दूर कर आप इससे बच सकते हैं।
एक तरफ की पसलियों में दर्द : अगर आपको पसलियों के आसपास तेज़ दर्द होता है तो ये भी हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है। आप एक प्रकार के चर्म रोग से ग्रस्त हो सकते हैं जिसमें शरीर में चिकनपॉक्स वाला वायरस फैल जाता है और इस वजह से पसलियों के एक ओर बहुत तेज़ दर्द होता है। कभी-कभी ये रैश के रूप में भी सामने आते हैं।
छाती को विकिरण करने वाला दर्द : पैंक्रियाटिटिस अग्नाश्य की एक इंफ्लामेट्री स्थिति होती है जिसमें पेट के पीछे के फ्लैट ग्लैंड विस्तारिक आकार ले लेते हैं। ऐसे में हमारे पेट से लेकर सीने तक बहुत तेज़ दर्द होता है और आपको लगता है कि हार्ट अटैक आया है। उचित जांच द्वारा पैंक्रियाटिटिस का इलाज संभव है।
सीने में कसाव : आना काम के बोझ, तनाव और डिप्रेशन की वजह से आपको पैनिक अटैक आने का खतरा बहुत बढ़ जाता है। कई लोग इस अटैक को हार्ट अटैक समझ लेते हैं जबकि असल में ऐसा नहीं होता है। इन दोनों के लक्षण अमूमन एक जैसे होते हैं जैसे कि घबराहट महसूस होना, सीने में कसाव महसूस होना, सिर भारी लगना और हथेलियों पर पसीने आना आदि। पैनिक अटैक आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
सांस लेने में दर्द : कोस्टोकोड्राइटिस से ग्रस्त लोगों में भी सीने में दर्द को हार्ट अटैक मान लिया जाता है। कोस्टोकोड्राइटिस में पसलियों के बीच कार्टिलेज में सूजन होती है जोकि सीने में दर्द का कारण बनती है। इसमें गहरी सांस लेने पर बहुत तेज़ दर्द महसूस होता है। ये इंफ्लामेट्री स्थिति सीने के दोनों तरफ रहती है। हालांकि, एक तरफ सबसे ज़्यादा असर पड़ता है। कोस्टोकोड्राइटिस का पता लगाने का एक तरीका है और वो है अपने हाथों को सिर से ऊपर उठाना। कोस्टोकोड्राइटिस का दर्द शरीर को हिला-डुलाने से ठीक हो सकता है लेकिन हार्ट अटैक में ऐसा नहीं होता है।
सीने में दर्द और असहजता : अगर आप गंभीर हार्टबर्न से ग्रसित हैं या खासतौर पर आपको डिनर के बाद ये समस्या ज़्यादा रहती है तो आप गैस्ट्रोइसोफेगिअल रिफलक्स रोग यानि जीईआरडी से ग्रस्त हो सकते हैं। ये एक सौम्य एसिड रिफलक्स होता है जोकि पेट से वापस ईसोफेगस में चला जाता है।
ईसोफेगस पेट और मुंह को जोड़ता है। कुछ गंभीर मामलों में जीईआरडी का इलाज दवाओं और सर्जरी से किया जा सकता है लेकिन अगर आप इसके शुरुआती चरण में हैं तो जीवनशैली में कुछ ज़रूरी बदलाव करके भी आप इस बीमारी की मुश्किलों से बच सकते हैं। अब तो आप जान गए ना कि सीने में होने वाला दर्द हर बार हार्ट अटैक नहीं होता है। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से परामश करें।