गरीब माँ ने गला दबाकर हमेशा के लिए मिटा दिया दूध के लिए बिलख रहे मासूम की भूख
कोलकाता टाइम्स :
गरीबी दुनिया की ऐसी बड़ी सच्चाई है जिसके आगे एक माँ भी मजबूर हो जाती अपने दूध मुहे के दबाने के लिए। एक गरीब मां ने तीन दिन से भूखे बेटे के लिए दूध का इंतजाम न कर पाने पर उसने अपने कलेजे के टुकड़े का ही अंत कर दिया। पुलिस के सामने उस मां की ढाई साल की बेटी ने हकीकत बयां की तो सुनने वालों का भी दिल रो पड़ा। पुलिस ने आरोपित महिला को हिरासत में लेकर कोतवाली में बिठाया है। इस घटना ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है।
घटना कन्नौज के छिबरामऊ के मोहल्ला बिरतिया का है। यहां के शाहिद उर्फ शालू की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए वह नौकरी करने के लिए मुंबई गया है। उसकी पत्नी रुखसार मोहल्ले में बने घर में तीन बच्चों के साथ रह रही है। आसपास के लोगों की मानें तो रुखसार का 8 माह का पुत्र अहद तीन दिन से भूखा था। रुखसार बेटे के लिए दूध का इंतजाम नहीं कर पा रही थी। तीनों बच्चे उससे बार बार खाना मांग रहे थे। रात से ही अहद दूध के लिए तेज आवाज में रो रहा था। पूरी रात उसे पानी पिलाने का प्रयास करने वाली रुखसार उसका दर्द बर्दाश्त नहीं कर पाई। उसने भूखे अहद का गला दबाकर चीख हमेशा के लिए शांत कर दी।
शुक्रवार की सुबह बेटे की हत्या के बाद पास में ही गुमसुम होकर बैठी थी। काफी देर तक अहद में कोई हलचल न देखकर परिजनों को शक हुआ और उसके पास जाने का प्रयास किया तो रुखसार ने चिल्लाते हुए सभी को रोक दिया। बेटी अनम से जानकारी के बाद परिजनों और लोगों की भीड़ लग गई। सूचान पर प्रभारी निरीक्षक भी पहुंच गए और सड़क पर हंगामा कर रही रुखसार की मां खदीजा को कोतवाली भेजा।