May 17, 2024     Select Language
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जेल नहीं गए तो शादी के काबिल यहां के नहीं मर्द !

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कोलकाता टाइम्स : 
वैसे जेल जाना किसे अच्‍छा लगता है? जेल जाने वाले व्‍यक्ति के माथे पर एक ऐसा कलंक लग जाता है। जो कभी नहीं धुल पाता। जेल जाने वाले को लोग अजीब तरीके से देखते हैं। लेकिन हमारे देश में एक ऐसा आपराधिक गैंग भी है जो जेल जाने में अपनी शान समझता है। जेल जाना इस गैंग के लिए बड़ी उपलब्धि है, सामाजिक शान का सवाल है।
दरअसल, गुजरात समेत छत्‍तीसगढ़ और मध्‍यप्रदेश के सक्रिय छारा गैंग के लोग जेल जाने को अपनी आन से जोड़ते हैं। लोगों के साथ ठगी करने वाले इस गैंग का खुलासा होने पर कई हैरान कर देने वाली पता चली हैं। बताया जाता है कि जब तक लोगों को ठगने वाले इस गैंग का युवा ठगी में निपुण नहीं हो जाता, तब तक उसकी शादी नहीं होती।
ठगने में युवक को अपनी दक्षता साबित करने के लिए जेल जाना पड़ता है। हाल ही में पुलिस के हाथ आए छारा गैंग के सरगना अजय माचरेकर ने पुलिस के सामने इस बात का खुलासा किया है कि ऐसे अपराध को अंजाम देना उसका और उसके समुदाय का पारंपरिक पेशा है। गुजरात के गांव कुबेरनगर-नवखोली थाना सरदारनगर में उसी के समुदाय के लोग रहते हैं और वर्षो से ठगी करने का पुश्तैनी पेशा करते आ रहे हैं। उसके गांव में हर घर का एक आपराधिक रिकॉर्ड है। सरगना ने बताया कि इस गैंग के सदस्य प्रतीक और विजय दोपहिया वाहनों की डिक्की खोलने में माहिर हैं।
दूसरे ग्रुप में गैंग लीडर अजय, चंद्रकांत टारगेट पर नजर रखते थे। जब टारगेट तय हो जाता था तब अजय अपने सिर के बाल खुजला कर पहले ग्रुप मेंबर को टारगेट को चिन्हित करा देता था। इस तरह यह सब मिलकर अपने काम को अंजाम देते हैं।  अन्तर्राजीय गैंग के सरगना ने बताया कि उसके समुदाय में सब लोग बहुत मिलजुल कर और एकजुट होकर रहते हैं। गैंग के लोग मिलकर पूरे देश में जगह-जगह अपराध करते हैं। इसके लिए उसके गांव में कम्युनिटी ट्रेनिंग जैसा कार्यक्रम चलाया जाता है।

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