संभलके : आपके लिए मानसून में बैंगन जहर से कम नहीं
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कोलकाता टाइम्स :
बैंगन का सेवन करना कई मायनों में सेहत के लिए लाभदायक होता है। लेकिन कई बार इसका सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो जाता है। खासकर सावन माह में बैंगन को खाने से परहेज करना जरूरी होता है। आयुर्वेद में इस मौसम में इसे खाना सुरक्षित नहीं माना गया है इस सब्जी को अशुद्ध की श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा आयुर्वेद में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि किसे बैंगन नहीं खाना चाहिए।
एनिमिया वाले रहे दूर बैंगन शरीर में लौह तत्व की कमी करता है। इसलिए जिन लोगों को एनिमिया की समस्या हैं।उन्हें बैंगन खाने से दूरी बना लेनी चाहिए। इसके साथ ही महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। वरना ये शरीर में खून की कमी ला सकता है।
जिन्हें बवासीर है : इसके साथ ही अगर आप बवासीर से पीड़ित हैं अथवा आपको नकसीर की समस्या है, तो बैंगन खाने से दूरियां बना लें। वरना ये आपकी सेहत के लिए जहर साबित हो सकता है।
एनिमिया वाले रहे दूर बैंगन शरीर में लौह तत्व की कमी करता है। इसलिए जिन लोगों को एनिमिया की समस्या हैं।उन्हें बैंगन खाने से दूरी बना लेनी चाहिए। इसके साथ ही महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। वरना ये शरीर में खून की कमी ला सकता है।
जिन्हें बवासीर है : इसके साथ ही अगर आप बवासीर से पीड़ित हैं अथवा आपको नकसीर की समस्या है, तो बैंगन खाने से दूरियां बना लें। वरना ये आपकी सेहत के लिए जहर साबित हो सकता है।
पथरी के मरीज न खाएं इसके अलावा जिन लोगों को पथरी की समस्या हैं, उन्हें बैंगन से दूर रहना चाहिए। दरअसल, बैंगन में ओक्जेलेट पाया जाता है, जो किडनी की पथरी की समस्याओं को बढ़ा सकता है। वहीं ओक्जेलेट शरीर में कैल्शियम के अवशोषण पर भी विपरीत प्रभाव डालता है, जिसकी वजह से शरीर की हड्डियां और दांत कमजोर हो जाते हैं।
गर्भवती महिलाएं रहे दूर बैंगन में नेनुसिन नामक तत्व होता है, जो हमारे रक्तवाहिकाओं के बनने में बाधा उत्पन्न करता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ये उनके बच्चे के लिए घातक साबित हो सकता है।