पंचायत ने छात्राओं के मोबाइल ही नहीं समय पर भी लगाया बैन
कोलकाता टाइम्स :
अब इसे तुग़लकी फरमान नहीं कहेंगे तो क्या ? बिहार के मधुबनी में पंचायत ने छात्राओं के मोबाइल इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। पंचायत ने कहा है कि अगर लड़कियों को अपने रिश्तेदारों से बात करना हो तो वो अपने अभिभावकों के सामने से बात करेंगी। इतना ही नहीं पंचायत ने शाम के बाद छात्र-छात्राओं को घर से निकलने पर भी रोक लगाई है। जनप्रतिनिधि ने कहा है पंचायत कि परिजनों को आदेश के उल्लंघन पर सख्त सजा दी जाएगी।
बासोपट्टी प्रखंड के अंतर्गत हत्थापुर परसा पंचायत के परसा गांव में सैकड़ो ग्रामीणों ने एक बैठक आयोजित कर समाज की कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लिया। साथ ही कई तुगलकी फरमान भी जारी किया। यहीं नही फैसला नही मानने वाले क विरुद्ध सामाजिक स्तर पर करवाई करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता स्थानीय सरपंच योगेन्द्र मंडल ने किया।
पंचायत के इस तुगलकी फरमान से छात्राओं में आक्रोश है। उनका कहना है कि ये फैसला सिर्फ छात्राओं के लिए ही क्यों लाया गया है। इस समय में घर से बाहर रहने पर मोबाइल के माध्यम से ही अपने परिजनों के सम्पर्क में रहती हैं।
अब देखना यह है आज के समय में जहाँ मोबाइल सिर्फ जरुरत नहीं एक तरह की आदत बन चुकी है वहां इस फरमान को कितना मन जायेगा। हालाँकि प्रशासन के और से इस फरमान कोई कदम उठाया जायेगा या नहीं इस बात का पता नहीं चला है।