आलसी नहीं इंटेलिजेंट कहिये जनाब
अकसर आलसी लोगों को कहा जाता है कि यह कुछ काम नहीं कर सकता है और अपनी ज़िन्दगी में कुछ हासिल नहीं कर सकता लेकिन लेकिन आपको बता दें कि आलसी होना एक इंटेलिजेंसी की निशानी है। जी हाँ, सही सुना आपने, अमेरिकी शोधकर्ताओं के अनुसार पाया गया है कि, आलसी व्यक्ति हमेशा चिंतन में रहता है। सक्रिय लोगों को अपने दिमाग को हरदम तरोताजा रखने के लिए ज्यादा सक्रियता की जरूरत पड़ती है। ऐसे लोग बोरियत से बचने के लिए शारीरिक तौर पर भी सक्रिय रहते हैं। उच्च आइक्यू वाले लोग जल्दी ऊबते नहीं हैं। इस वजह से वे ज्यादा समय तक चिंतन में व्यस्त रहते हैं।
दरअसल यह निष्कर्ष एक अध्ययन के आधार पर निकाला गया। शोधकर्ताओं ने 30 विचारकों और गैर विचारकों का चयन किया। दोनों समूहों के प्रतिभागियों की कलाई पर हफ्तेभर के लिए डिवाइस लगाई गई जिसके जरिये उनकी गतिविधियों और सक्रियता के स्तर की निगरानी की गई।
जब इस शोध का निष्कर्ष निकला गया तब प्राप्त निष्कर्षों से पता चला कि गैर विचारकों के समूह की तुलना में विचार करने वाला समूह कम सक्रिय रहा। तब शोधकर्ताओं ने यह सलाह दी कि कम सक्रिय रहने वाले लोग चाहे जितना भी बुद्धिमान क्यों न हों, लेकिन उन्हें बेहतर स्वास्थ के लिए सक्रिय होना बेहद ज़रूरी है।