राजनीति में हमेशा के लिए रिक्त हुआ महान नेता का स्थान
कोलकाता टाइम्स :
देश के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अरुण जेटली के निधन से सिर्फ राजनितिक गलियारे ही नहीं शोक में डूबा है बॉलीवुड भी। हालाँकि उनकी मौत से सबसे बड़ी क्षति देश के सत्त्याधारी सरकार बीजेपी को ही हुआ है। पहले सुषमा स्वराज अब अरुण जेटली जैसे नेताओं को खोकर बीजेपी कुछ है। बता दे अरुण जेटली ने दिल्ली के एम्स में दोपहर 12.07 बजे अंतिम सांस ली है। वह 66 वर्ष के थे। जेटली 9 अगस्त से ही एम्स में भर्ती थे। जेटली का निधन ऐसे वक्त में हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश दौरे पर अभी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हैं।
जेटली के फेफड़ों में पानी जमा हो रहा था, जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही था। यही वजह है कि डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था। उन्हें सॉफ्ट टिशू सरकोमा था, जो एक प्रकार का कैंसर होता है। बता दें कि जेटली पहले से डायबिटीज के मरीज थे। उनका किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका था। सॉफ्ट टिशू कैंसर की भी बीमारी का पता चलने के बाद वह इलाज के लिए अमेरिका भी गए थे। उन्होंने मोटापे से छुटकारा पाने के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी भी करा रखी थी।
दिल्ली विश्वविद्यालय से छात्र नेता के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले जेटली सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील भी थे। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्रालय संभालने वाले जेटली स्वास्थ्य कारणों से मोदी-2 सरकार में शामिल नहीं हुए थे।