अंग दान के भी है आयु सीमा अलग अलग
कोलकाता टाइम्स :
अंग दान एक व्यक्ति को बीमारी के अंतिम चरण में और अंग प्रत्यारोपण की जरूरत होने पर एक अंग का उपहार देना है।
अंग दान के लिए आयु सीमा अलग अलग है, जो इस पर निर्भर करती है कि क्या जीवित व्यक्ति द्वारा दान किया जा रहा है या मृत व्यक्ति द्वारा, उदाहरण के लिए जीवित व्यक्ति द्वारा दान हेतु व्यक्ति की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और अधिकांश अंगों के लिए निर्णय लेने वाला कारक व्यक्ति की शारीरिक स्थिति है, उसकी उम्र नहीं।
विशेषज्ञ स्वांस्य्णत देखभाल व्यवसायिक व्यक्ति तय करते हैं कि हर मामले के अनुसार कौन सा अंग उपयुक्त् है। लोगों में उनके 70 और 80 वर्ष के दौरान अंगों और ऊतकों को दुनिया भर में सफलता पूर्वक प्रत्यारोपित किया गयाहै। ऊतकों और आंखों के मामले में आम तौर पर उम्र महत्व नहीं रखती। एक मृत दाता आम तौर पर निम्नयलिखित आयु सीमा के अंदर अंगों और ऊतकों का दान कर सकता है :
गुर्दे, यकृत : 70 वर्ष तक
हृदय, फेफड़े : 50 वर्ष तक
अग्न्याशय, आंत : 60-65 वर्ष तक
कॉर्निया, त्वचा : 100 वर्ष तक
हृदय वाल्व : 50 वर्ष तक
हड्डी : 70 वर्ष तक।