नील रंग की 1 मिमी परद घटायेगी सूर्य की 50 % ताप

कोलकाता टाइम्स :
ग्लोबल वॉर्मिंग और बढ़ते तापमान को नियंत्रित करने के लिए दुनिया के कई देश लगातार कदम उठा रहे हैं। अब लास ऐंजिलिस, मक्का, तोक्यो के बाद दोहा ने इस दिशा में अपनी सड़कों को नीले रंग में रंगना शुरू कर दिया है। गल्फ न्यूज में प्रकाशित खबर के अनुसार, शहर के पारंपरिक पुरानी सड़कों को नीले रंग से रंगा गया है ताकि तापमान नियंत्रित किया जा सके। 18 महीने तक चले प्रयोग के बाद 19 अगस्त को शहर के एक प्रमुख रोड को पूरी तरह से नीले रंग में लॉन्च किया गया।
शहर के व्यस्त सड़कों में से एक सौक वकीफ हैरिटेड जोन की सड़कें हैं। इस सड़क पर 1 मिमी. मोटी नीले रंग की परत चढ़ाई गई है। इसके साथ ही साइकल और पैदल यात्रियों की संख्या में वृद्धि का असर देखने के लिए 200 मीटर लंबा कटारा क्लचरल विलेज के पास भी मार्ग निर्धारित किया गया है। इन सड़कों को नीले रंग से रंगने की पीछे उद्देश्य तापमान नियंत्रण के प्रभाव को देखना है।
नीली सड़कों को बनाने का उद्देश्य तापमान को नियंत्रित करना है। पारंपरिक डामर की सड़कों की तुलना में नीली कोटिंग वाली सड़कों के तापमान में कितना फर्क है, यह जानने के लिए सेंसर भी लगाए गए हैं। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि प्रयोग के तौर पर की गई कोटिंग सूर्य की रेडिएशन में 50% तक की कमी दर्ज की जा सकेगी। कतर की प्रमुख सार्वजनिक कंपनी को असहघल को इस प्रॉजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है।