कोलकाता टाइम्स :
काफी लोगों को कहते सुना गया है कि आजकल ऑनलाइन का जमाना है। सबकुछ इंटरनेट पर उपलब्ध है। लेकिन इसका जितना फायदा है, उतना ही यह खतरनाक भी साबित होता जा रहा है। हैकिंग जैसे क्राइम से अभी लोग पूरी तरह निपट भी नहीं पाए हैं कि ऑनलाइन मर्डर जैसे अपराध उमड़ कर सामने आ रहे हैं। इंटरनेट के बेतहाशा इस्तेमाल से इस साल के अंत तक पहला ‘ऑनलाइन मर्डर’ हो सकता है।यह दावा किसी ज्योतिषी ने नहीं, बल्कि एक अमेरिकी इंटरनेट सुरक्षा कंपनी ने किया है। आकलन के मुताबिक इस खतरे को स्मार्ट घर, स्मार्ट ऑफिस और बढ़ा सकते हैं। न्यूज वेबसाइट द इंडिपेंडेट के मुताबिक, यूरोपोल ने आगाह किया है कि सरकारें साइबर अपराधियों से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद नहीं हैं। लिहाजा, स्मार्ट सिटी या स्मार्ट ऑफिस में लगे उपकरणों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक के घातक नतीजे सामने आ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल इंटरनेट उपकरणों में छेड़छाड़ कर हत्या की वारदात को साबित नहीं किया जा सका है। लेकिन इस साल के अंत तक इस तरह की घटना से इनकार भी नहीं किया जा सकता है।
ऑनलाइन फिरौती और ब्लैकमेलिंग के बढ़ते केस को देखते हुए कहीं न कहीं इस डर का सच साबित होना कोई असंभव बात नहीं लगती। अमेरिकी उपराष्ट्रपति डिक चेनी ने खुलासा किया वह भी इसके खतरे को लेकर शंकित थे। इसलिए उन्होंने दिल में लगे बेतार डिफाइब्रलेटर को असक्रिय करा दिया था। क्योंकि उन्हें आशंका थी कि हैकर दिल में लगे इस उपकरण को हैक कर दिल का दौरा पड़ने की स्थिति पैदा कर सकते हैं। यूरोपोल की यह समीक्षा बीते हफ्ते ही जारी हुई है। जो बताती है कि इंटरनेट से कनेक्ट डिवाइस को हैक करके पहला मर्डर किसी भी वक़्त किया जा सकता है। क्योंकि अब तक कंप्यूटर से जुड़े सुरक्षा सिस्टम को हैक करने के तो हजारों मामले सामने आ चुके हैं।