ईमानदार होने का इतना बड़ा फायदा कि चमक उठा किस्मत
ईमानदार होना भी फायदे का सौदा साबित होता है। इसका जीता जागता सबूत सामने आया है। थाईलैंड के 44 वर्षीय वरालोप के पास अपना घर तक नहीं था लेकिन एक दिन उन्हें एक पर्स मिला। इस पर्स में 20,000 Baht यानि कि 440 पाउंड थे। अगर इंडियन करेंसी के हिसाब से देखें तो इसमें 38,799 रुपये थे।
वो चाहते तो इस पर्स में पड़े पैसों से अपनी ज़रूरत की चीजें खरीद सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और पर्स नजदीकी पुलिस स्टेशन में जमा करवा दिया। यहां से यह कीमती पर्स उसके मालिक के पास पहुंचा दिया गया। और हां… उसके मालिक ने खुश होकर वरालोप को नौकरी के साथ-साथ फ्लैट भी दिया।
ये पर्स 30 साल के निटी पोंगक्रीआगोस का था । जब पुलिस ने उन्हें फोन कर बताया कि उनका पर्स मिल गया है, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वो बताते हैं कि मैं पूरी तरह से चौंक गया था जब पुलिस ने मुझे ये बताया कि मेरा पर्स चोरी हो चुका है। मैं तो ये जानता भी था कि वो चोरी हो चुका है।
इसके बाद जब पुलिस स्टेशन जाने पर पता चला कि एक बेघर और ज़रूरतमंद इंसान ने उनका पर्स वापिस किया है। तो उन्होंने वरालोप को अपनी फैक्ट्ररी में काम करने का न्योता दिया।
हालांकि, निटी ने पहले 2,000 Baht का वरालोप को ईनाम देने की कोशिश की लेकिन बाद में उन्होंने उसे अपनी कंपनी में काम दिया और रहने के लिए फ्लैट भी। वरालोप को अब 11,000 Baht बतौर पगार मिलती है। मामला कुछ इस तरह से है कि, वरालोप मजबूरन सबवे पर सो रहा था, तभी निटी का पर्स वहां गिर गया था। वो उसके पीछे पर्स देने के लिए भागा, लेकिन दे नहीं पाया।
वरालोप कहते हैं कि, इस एक घटना के बाद से मेरा पूरा जीवन बदल गया है, अब मैं सुकूं भरा जीवन जी रहा हूं। मैं निटी और उसकी दोस्त का तहदिल से धन्यवाद करता हूं। निटी की गर्लफ्रेंड ने वरालोप की तस्वीर और उसकी इंसानियत का ये पहलू सोशल मीडिया पर लोगों के साथ शेयर किया। लोगों ने वरालोप के इस काम की बहुत सराहना की और अन्य लोगों को भी कुछ सीखने के लिए कहा।