39 साल बाद ही सही, पाक पीएम इमरान ने स्वीकारा ‘1980 में जेहादियों को दी ट्रेनिंग ‘
कोलकाता टाइम्स :
चाहे 39 साल बाद ही सही, आखिर पाकिस्तान का झूट सामने तो आया। आतंकवाद पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बड़ा सच उगलते हुए कहा है कि 1980 में अफगानिस्तान में रूस (तत्कालीन सोवियत संघ) के खिलाफ लड़ने के लिए पाकिस्तान ने जेहादियों को तैयार किया। उन्हें ट्रेनिंग दी। रूस के अंग्रेजी न्यूज चैनल RT को दिए इंटरव्यू में एक तरफ से उन्होंने अमेरिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि शीत युद्ध के उस दौर में रूस के खिलाफ पाकिस्तान ने अमेरिका की मदद की। जेहादियों को रूसियों के खिलाफ लड़ने के लिए ट्रेनिंग दी. लेकिन इसके बावजूद अब अमेरिका, पाकिस्तान पर आरोप लगा रहा है।
उन्होंने कहा कि 1980 के दशक में पाकिस्तान ऐसे मुजाहिद्दीन लोगों को प्रशिक्षण दे रहा था कि जब सोवियत यूनियन, अफगानिस्तान पर कब्जा करेगा तो वो उनके खिलाफ जेहाद का ऐलान करें। इन लोगों की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान को पैसा अमेरिका की एजेंसी CIA द्वारा दिया गया। लेकिन एक दशक बाद जब अमेरिका, अफगानिस्तान में आया तो उसने उन्हीं समूहों को जो पाकिस्तान में थे, जेहादी से आतंकवादी होने का नाम दे दिया।
हालांकि ये भी सही है कि एक तरफ जहां इमरान खान इस सच्चाई को परोक्ष रूप से स्वीकार कर रहे हैं कि उनकी सरजमीं का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए हुआ है, वहीं दूसरी तरफ वह कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन की अपेक्षा कर रहे हैं। संभवतया इसी कारण उनके ही गृह मंत्री एजाज अहमद शाह ने ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री इमरान खान को कठघरे में खड़ा किया है।