एक ऐसी मजार जहाँ CIGARETTE चढाते ही होती है मन्नत पूरी
भारत में अनेक परम्पराओ को मानने वाले लोग रहते है। और माना जाता है की भारत विविधताओं वाला देश है। यहां सभी धर्मों के लोग मिल जुलकर रहते हैं। इसके अलावा एक-दूसरे के त्यौहारो में भी सभी शामिल होते है। भारत में जितने मंदिर हैं उतनी ही आपको मस्जिदें भी मिल जाएंगी। आज हम आपको एक मजार के बारे में बताएंगे जिसके बारे में सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
ब्रिटिश सैनिक की है मजार – यह मजार हिंदू और मुस्लमानों के मिलन का केंद्र बनी हुई है। यह मजार ना तो किसी हिन्दू की और ना ही किसी मुसलमान की है, बल्कि यह एक ईसाई की मजार है। लखनऊ में मूसा बाग नामक जगह पर स्थित मजार को ‘कप्तान साब की’ या ‘सिगरेट बाबा की’ मजार भी कहा जाता है। हिन्दू और मुसलमान दोनों ही यहां अपने मन की मुराद पूरी होने की आशा लेकर आते हैं। ये मजार आजादी से पहले के एक ब्रिटिश ‘कैप्टेन वेल्स’ की है।
मजार पर चढ़ती है सिगरेट – यहां हर गुरुवार को लखनऊ के ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों के भी कई लोग अपनी मुराद को पूरा करने के लिए आते हैं। इस मजार की सबसे अनोखी बात है, यहां का चढ़ावा। कप्तान वेल्स की मजार पर मन्नत पूरी होने के लिए सिगरेट चढ़ाई जाती है। इसके पीछे लोगों का तर्क है कि कप्तान वेल्स को सिगरेट बहुत पसंद थी। उनका कहना है कि सिगरेट चढ़ाने पर वेल्स खुश हो जायेंगे और उनकी इच्छाएं पूरी करेंगे।
मूसा बाग में दफनाया शव – वेल्स के एक सैनिक मित्र ने उन्हें ‘मूसा बाग’ के पास खेतों में दफना दिया था। आज भी वहां कब्र पर वेल्स का नाम और उनके मृत्यु की तारीख लिखी हुई है, लेकिन उनकी पूजा क्यों की जाती है, इसके बारे में कोई व्यक्ति ठीक-ठीक नहीं जानता।