अफसर की दर्द ने खोला राज: पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं IG स्तरीय अफसर का परिवार भी
SAMAA TV की रिपोर्ट के अनुसार, सिंध के पुलिस महानिरीक्षक कलीम इमाम ने खुद अपना यह दर्द बयां किया। उन्होंने संगोष्ठी में कहा, ‘मैं खुद इस शहर का बाशिंदा हूं। मेरी सास को लूट लिया गया… मेरे भतीजों को लूट लिया गया, मेरी बहन और भाई को भी लूट लिया गया’। सिंध आईजी ने उपस्थित लोगों से कहा, “लेकिन मैं अभी भी आपके सामने मुस्कुरा रहा हूं”.
SAMAA TV द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, इस साल अब तक कराची में डकैतियों का विरोध करने की वजह से कम से कम 31 लोग मारे गए हैं और 282 घायल हुए हैं। 2018 में, शहर में डकैती और लूटपाट के दौरान कम से कम 54 लोग मारे गए।
जिस देश में अपने नागरिक ही सुरक्षित नहीं उस देश की सरकार अपना घर बचाने की जगह हर वक्त पडोसी देश को बर्बाद करने के सपने देखता हो।