खेलने वाले हाथ खोद रहे कब्र, लाशों के साथ बीत रहा दो भाइयों का बचपन
कोलकाता टाइम्स :
जिन्हें स्कूल में होना चाहिए, वे इस उम्र में अपना दिन लाशों के ढेरों के साथ बिता रहे हैं। जावद (8) और याजन (15)। दो नाबालिग भाई जो कब्र खोदने का काम करते हैं। तुर्की द्वारा बमबारी करने के बाद सभी की निगाहें एक बार फिर सीरिया पर पहुंच गई हैं। आतंकी संगठन आईएसआईएस के कब्जे के दौरान का मंजर किसी से छिपा नहीं है। जावद और याजन अपने पिता के साथ कब्र खोदने का काम करते हैं। क्योंकि उनके पिता घस्सन के पास उन्हें पढ़ाने के लिए पैसे नहीं हैं। दोनों भाई जल्दी सुबह से देर शाम तक कब्रों को खोदने का काम करते हैं। हाथों से कब्रों की खुदाई के अलावा उन्हें इनके लिए पानी भी लाना पड़ता है।
जावद और यासिन का परिवार अलप्पो का रहने वाला है। वे यहां आईएसआईएस के कब्जे वाले इलाके में रहते हैं। उनके परिवार के ज्यादातर सदस्य एयर स्ट्राइक में मारे जा चुके हैं। जावद ने आईएसआईएस शासन के बारे में बताया, वे लोगों की हत्या करते हैं। उनके गले काट देते हैं। वे महिलाओं के भी गले काट देते हैं। उन्हें चौराहों पर टांग देते हैं।
जावद ने बताया, मैं छोटी गाड़ी या छोटे विमान से खेला करता था. मैं अपने घर के बाहर दोस्तों के साथ खेलता था, लेकिन अब वहां कोई नहीं खेलने के लिए। सभी लोग हवाई हमलों में मारे जा चुके हैं। हम वहां से निकल आए. याजन ने बताया कि आईएसआईएस उनके खेत पर रॉकेट की फैक्ट्री लगाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने वहां से हमें बाहर निकाल दिया