यकीन करेंगे ! जीवित है सूपर्णखा, मिलकर आशीर्वाद भी ले सकते हैं !
गंगा सुदर्शनी का का जन्म कोलंबो से करीब 200 किलोमीटर दूर स्थित गांव महियांग्ना में हुआ था। कहा जाता है कि गंगा सुदर्शनी के नाक पर चोट का निशान, कटे हुए कान जैसे रामायण में थे। यहां लोगों का प्रतिदिन दरबार लगता है और लोगों को इलाज भी होता है। लोगों का कहना है कि गंगा के पास आज भी वही प्राचीन दिव्यशक्तियां हैं। वह लोगों की बीमारियां भी हाथ लगाते ही सही भी कर देती है। वह लोगों के सामने ही बारिश करा देती है और बारिश रुकवा भी देती है। गंगा खुद को रावण की बहन सूर्पणखा का ही अवतार बताती हैं और इनके पास एक से एक बड़ी शक्तिशाली हस्तियां आशीर्वाद लेने आती है। श्रीलंका की गंगा सुदर्शनी को लोग रावण की बहन सूपर्णखा का दर्जा देते हैं। गंगा न केवल सूपर्णखा के वंश की है बल्कि सरकार द्वारा उन्हें बाकायदा पेंशन और तनख्वाह तक दी जाती है।
उल्लेखनीय है कि 2004 में श्रीलंका में आई सुनामी के पहले गंगा ने इसकी भविष्यवाणी भी कर दी थी। लोग बताते हैं कि गंगा के शरीर पर इस तरह के कई चिह्नï हैं जो इनको रावण की बहन सूपर्णखा साबित करते हैं।