कुर्सी जाता देख छलका इमरान का दर्द, कहा विरोध से भारत में खुशी का माहौल
कोलकाता टाइम्स :
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने और पाकिस्तान की लगातार कमजोर होती आर्थिक स्थिति से नाराज पाकिस्तान में अब इमरान खान को पीएम पद पर देखना नहीं चाहता। पाकिस्तान के विपक्षी दाल जमियतें उलेमाए इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कहा है कि वह इमरान सरकार को हटाने की अपनी मुहिम में न तो कोई धरना देंगे और न ही शहरों की घेराबंदी करेंगे। उनकी अपनी अलग रणनीति तब तक कायम रहेगी जब तक इमरान इस्तीफा नहीं। हालांकि, इमरान खान ने साफ कर दिया है कि वह किसी के भी दबाव में इस्तीफा नहीं देने वाले हैं।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वो मौलाना फजलुर्रहमान के दबाव में नहीं आने वाले हैं। एक घंटे से अधिक समय तक वरिष्ठ पत्रकारों और विश्लेषकों के साथ चली बैठक में प्रधानमंत्री ने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम की ओर से उठाई जा रही मांगों के बारे में बात की। बैठक में मुद्रस्फीति के मुद्दों, बेरोजगारी और विदेश नीति को लेकर उचित कदम उठाने पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि मौलाना फजलुर्रहमान को साजिश के तहत ऐसा करने के लिए कहा गया है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि ‘मेरे इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है और मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। आजादी मार्च एक एजेंडे पर आधारित है और इसमें विदेशी समर्थन है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कहा कि जेयूआई-एफ के विरोध से भारत में खुशी का माहौल है।