यहां बमों की बौछार नहीं इस वजह से जाती है हजारों लोगों की जान
कोलकाता टाइम्स :
इस मामले में इस देश के आगे भारत कुछ भी नहीं। वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या का सामना पूरा विश्व कर रहा है। प्रदूषण की मार से बच्चे और बुजुर्ग अपना जीवन भी खो रहे हैं। हालाँकि इस देश में हर रोज बमों की बौछार होती है। लेकिन हैरत की बात यह है कि लोग बम से नहीं प्रदुषण से मरते हैं। एक ताजा मामले में ये सामने आया है कि अफगानिस्तान जैसे शहर में जहां बमबारी से उतने लोग नहीं मारे गए जितनों की मौत प्रदूषण की वजह से हो चुकी है। एक रिसर्च के मुताबिक अफगानिस्तान में युद्ध में 3483 लोग मारे गए थे मगर साल 2017 में अब तक यहां पर प्रदूषण से 26000 लोगों की मौत हो चुकी है।
अफगानिस्तान में युद्ध से बचने के लिए यहां के रहने वाले हजारों लोग अपना घर बार छोड़कर काबूल या कहीं और शिफ्ट हो चुके हैं। मगर उसके बाद भी उनके जीवन पर खतरा मंडरा रहा है, जो लोग युद्ध का शिकार नहीं हुए अब उनका जीवन प्रदूषण की मार से खत्म हो जा रहा है। दरअसल इन दिनों ठंड का मौसम शुरू हो गया है। लोगों के पास अपने को गर्म रखने के लिए कोई साधन नहीं है। वो यहां पर जमा की गई पन्नियों आदि को जला रहे हैं और उससे अपने को गर्म रख रहे हैं। ये जलाई जाने वाली पन्नियां भी प्रदूषण का एक बड़ा कारण हैं। अफगानिस्तान में प्रदूषण से अब तक कितने लोगों की मौत हो चुकी है। इसका कोई अधिकारिक रिकार्ड नहीं है। मगर एक शोध संस्थान की ओर से इस बारे में एक रिपोर्ट जारी की गई है. शोध करने वाली संस्था स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर की ओर से बताया गया कि साल 2017 में 26000 से अधिक मौतें हो चुकी है।