रोना है आसान, मुश्किल है हंसाना: अक्षय
कोलकाता टाइम्स :
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार एक्शन और हास्य दोनों तरह के किरदार निभाने में माहिर हैं, लेकिन इसके बावजूद उनका कहना है कि कैमरे के सामने एक्शन की तुलना में हास्य अभिनय करना अधिक मुश्किल है। अक्षय ने कहा, किसी को लात मारना, घूंसा मारना और कोई एक्शन करना आसान है। यह सच्चाई है कि कैमरे का कमाल एक्शन को और ज्यादा बढि़या बना देता है। भावुक दृश्य के लिए आप आंखों में ग्लिसरिन डालकर किसी भी कलाकार को रूला सकते है और दर्शक सोचते हैं कि वह रो रहा है, इसलिए लोग भी रोना शुरू कर देते हैं।
लेकिन किसी को हंसाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। लोगों को हंसाना बहुत मुश्किल है। इसलिए हास्य अभिनय अधिक मुश्किल है। अक्षय खिलाड़ी, सबसे बड़ा खिलाड़ी, खिलाडि़यों का खिलाड़ी, इंटरनेशनल खिलाड़ी, वक्त हमारा है और मोहरा जैसी हिन्दी फिल्मों के निर्विवादित एक्शन अभिनेता हैं।
वर्ष 2000 में रिलीज हुई हिट फिल्म हेरा-फेरी में उन्होंने हास्य अभिनय किया था। इसके बाद उन्होंने गरम मसाला, फिर हेरा फेरी, भागमभाग, वेलकम, सिंह इज किंग, हाउसफुल और तीस मार खान जैसी हास्य फिल्मों में काम किया।
अपने 25 वर्षो के करियर में करीब 100 फिल्मों में काम कर चुके अक्षय ने बताया, हास्य अभिनय के बारे में कुछ नहीं बदला है। आप दिल से जो भी करते हैं, लोग उसका आनंद लेते हैं। अपने दिल और दिमाग के साथ आगे बढे़ अगर आप अपना काम ईमानदारी से करेंगे, तो वह हमेशा दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहेगा।
अक्षय फिलहाल साजिद खान की 2010 में बनी हास्य फिल्म हाउसफुल के सिक्वेल के सीरीजों से छाए हुए है।