पुलिस ने की चूहों की भर्ती
[kodex_post_like_buttons]

कोलकाता टाइम्स :
हरियाणा पुलिस ने करनाल में चूहों से क़हर से बचने के उपाय के रूप में सफ़ेद चूहों को रखा है जिन्हें देखकर पेटू चूहे गायब हो जाते हैं। बड़े-बड़े पेटू चूहों को डराने के लिए उन्होंने सफ़ेद पालतू चूहों की जोड़ी का इस्तेमाल करना शुरू किया है। भारत में चूहे एक बड़ी समस्या हैं जो हर साल मानव खाद्य के लिए जमा किया गया टनों अनाज चट कर जाते हैं। इस प्रयोग ने विशेषज्ञों का ध्यान इस ओर खींचा है कि इस समस्या का उपाय यह भी हो सकता है। चूहों की सेना हर तरह के हथियार उपलब्ध होने के बावजूद हरियाणा पुलिस चूहों की बढ़ती आबादी से निपटने में असफल रही जो उनके सरकारी कागज़ात और दूसरे सबूतों को ख़त्म कर देते हैं।
राज्य के करनाल ज़िले में हालात ख़ासतौर पर बदतर हो गए थे जहाँ चूहों की सेना ने कुछ ही सालों में अदालतों के अनेक रिकॉर्ड नष्ट कर दिए थे। करनाल के वरिष्ठ पुलिस महानिरीक्षक अर्शिंदर सिंह चावला ने कहा, “चूहों ने मोहर्रर मालखाने (रिकॉर्ड रखे जाने का स्थान) पर हमला कर दिया और हम असहाय बने देखते रहे।” उन्होंने कहा, “यह चूहे बहुत खाऊ हैं और हमारे ज़रूरी कागज़ात, कपड़े और यहाँ तक कि जूट की वह बोरियाँ भी चट कर जाते हैं जिनमें हम अपराधियों से या आपराधिक स्थल से मिले एल्कॉहल, नशीला सामान और हथियार रखते हैं।” ऐसा लगता है कि चूहों को अफ़ीम की भूसी से भरी बोरियाँ बेहद पसंद होती हैं। आमतौर पर हरियाणा में नशे के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले इन पदार्थों को पुलिस ड्रग माफ़िया से बड़ी मात्रा में बरामद करती है।
जादू की तरह लेकिन अब चावला और उनके साथियों को चूहों के सफ़ेद संबंधियों के रूप में जैसे इस समस्या का उपाय मिल गया है.चावला ने कहा।” एक महीने पहले अंबाला के एक आदमी ने हमें सुझाव दिया कि हम इन घरेलू चूहों का इस्तेमाल करें।” इस समस्या के लिए कुछ भी करने को तैयार करनाल पुलिस ने प्रयोगशाला के एक सप्लायर से 200 रुपए में दो सफ़ेद चूहे ख़रीदे. उन्होंने कहा, “इसने तो जादू की तरह काम किया। ” उनके अनुसार, “हमारे आदमी इन्हें हर रात मालखाने में छोड़ते और पेटू चूहे तुरंत वहाँ से गायब हो जाते.”चावला ने कहा, “सबसे अच्छी बात यह है कि सफ़ेद चूहे कागज़ या बोरी को नहीं छूते बल्कि वे हमारी ओर से दिए गए दूध और रोटी ही खाते हैं।”