पीएम इमरान की 2 दिन की छुट्टी ‘कुर्सी छीनने’ का आगाज तो नहीं ?
कोलकाता टाइम्स :
सैन्य प्रमुख के साथ लंबे समय बाद इमरान की मुलाकात में दोनों की भाव-भंगिमाओं और इसके तुरंत बाद इमरान के दो दिन की छुट्टी पर जाने से इन चर्चाओं को और बल मिला है। अखबर ‘जंग’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान खान की दो महीने बाद हुई मुलाकात पर राजनैतिक व रणनीतिक मामलों के पंडितों की गहरी नजर थी।
इन्होंने इस बात को नोट किया कि मुलाकात के दौरान दोनों हस्तियों की ‘बॉडी लैंग्वेज’ में फर्क था और यह सहज नहीं थी। किसी की मुस्कराहट नहीं रुक रही थी और किसी की गंभीरता खत्म नहीं हो रही थी। फिर, इस मुलाकात के बाद इमरान द्वारा अपने सभी सरकारी कामकाज को रोककर दो दिन की छुट्टी पर चले जाने ने भी लोगों का ध्यान खींचा।
इमरान ने सत्ता संभालने के बाद बीते एक साल से ज्यादा समय में एक भी छुट्टी नहीं ली है। उन्हें जानने वाले बताते हैं कि जितनी देर वह जागते रहते हैं, आधिकारिक कामकाज में ही लगे रहते हैं। किसी छुट्टी की कोई पूर्व योजना भी नहीं थी।
पार्टी के नेताओं का कहना है कि स्थितियां बद से बदतर हुई हैं। पार्टी के नेता चौधरी शुजात हुसैन ने हाल ही में कहा था कि महंगाई और बेरोजगारी को जो हाल है, उसकी वजह से अगले तीन से छह महीने के बीच कोई भी नेता पाकिस्तान का प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहेगा।