इस पेड़ को छुआ तो भगवान भी नहीं बचा पायेंगे
कोलकाता टाइम्स :
इंसान पेड़-पौधों का हमेशा उपभोग करता आया है। कागज बनाने से लेकर फर्नीचर तक, सबकुछ पेड़ों पर ही निर्भर है। हालांकि हमेशा ऐसा नहीं होता, कभी-कभार पेड़-पौधे ही इंसान को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। जैसे कि होगवीड, यह गाजर घास की प्रजाति का पौधा होता है जो ज्यादा बड़ा तो नहीं है लेकिन खतरनाक इतना जैसे कि कोबरा सांप। जी हां होगवीड काफी जहरीला पौधा माना जाता है। यह किलर ट्री के नाम से भी फेमस है। इस खतरनाक और दिखने में बेहद खूबसूरत लगने वाले पोधे का वैज्ञानिक नाम हेरकिलम मेंटागेजिएनम है।
होगवीड पौधा न्यूयॉर्क, पेंनसेल्वेनिया, ओहियो, मेरीलैण्ड, वाशिंगटन, मिशिगन और हेम्पशायर में पाया जाता है। इसे छूने भर से हाथों पर छाले या फफोले पड़ जाते हैं। ये छाले या फफोले मवाद भरे होते हैं। कहा जाता है कि कभी-कभी इसे छूने के 48 घंटे के भीतर इसका खतरनाक ऐसा असर होता है कि लोगों को ठीक होने में कई साल का वक्त लग जाता है। कहते तो यह भी हैं कि इस पौधे को छूने से इंसान के आंखों की रोशनी भी चली जाती है। डाक्टर्स के मुताबिक अभी तक इन पौधे से शरीर को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए कोई सटीक दवा नहीं बनी है।
होगवीड इतना जहरीला क्यों है इसको लेकर सब हैरान हैं। पौधे के अंदर सेंसटाइजिंग फूरानोकौमारिंस नामक रसायन पाया जाता है जो सांप के जहर से भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है। अगर आपने इस पेड़ को सहला भी दिया तो कुछ ही घंटों में पूरी त्वचा जलने लगेगी। यहां तक कि अगर आप धूप में गए तो परिणाम और भयंकर हो जाएंगे। कुछ लोग जो होगवीड के संपर्क में आए लगभग 6 महीने तक धूप में नहीं जा पाए।