अल्फाबेट में पिचाई युग की शुरुवात
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कोलकाता टाइम्स :
खुद के घर में टीवी, टेलीफोन और कार जैसी सुविधाएं तक नहीं थी। लेकिन आज गूगल के साथ-साथ अल्फाबेट का भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बना दिया गए। तमिलनाडु के मदुरै में जन्मे सुंदर पिचाई दो कमरों के घर में रहते थे.नहीं थी। आर्थिक अनुकूलता के वाबजुत मेहनत के दम पर आईआईटी खडग़पुर में एडमिशन लिया। गूगल के सह संस्थापकों -लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने एक युग का अंत करते हुए अपनी मूल कंपनी में अपने वर्तमान पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को अब गूगल के साथ-साथ अल्फाबेट का भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बना दिया गया है। अल्फाबेट ने मंगलवार को कहा कि उसके सीईओ पेज और अध्यक्ष ब्रिन ने अपने पदों से इस्तीफे देने का फैसला किया है. कंपनी ने कहा कि यह तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
पेज और ब्रिन कंपनी के साथ उसके सह संस्थापक, शेयर धारक और अल्फाबेट के निदेश मंडल के सदस्य के तौर पर जुड़े रहेंगे। पिचाई गूगल के सीईओ और अल्फाबेट के निदेशक मंडल के सदस्य भी रहेंगे। अल्फाबेट के निदेशक मंडल के चेयरमैन जॉन हेनेसी ने एक बयान में कहा, “लैरी और सर्गे के 21 सालों तक दिए गए योगदान के बारे में बताना असंभव है। मैं उनका आभारी हूं कि वे बोर्ड में आगे भी काम करते रहेंगे।”